दर्रांगा चेक पोस्ट भारत और भूटान के बीच यात्रा को आसान बनाएगा : राज्यपाल

तामुलपुर (असम), 07 नवंबर। भारत और भूटान के बीच आपसी संबंधों को बढ़ावा देते हुए असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने गुरुवार को तामुलपुर जिले के दरंगा में आयोजित एक समारोह में भूटान के प्रधानमंत्री दासो शेरिंग तोबगे की मौजूदगी में दर्रांगा इमिग्रेशन चेक पोस्ट का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आचार्य ने कहा कि यह भारत और भूटान के बीच आपसी मित्रता और सहयोग के लिए एक उपयुक्त समय है, जिसमें असम सभी गतिविधियों का केंद्र है। असम और भूटान की भौगोलिक निकटता को देखते हुए राज्य एक बड़ी भूमिका के लिए तैयार है और इसे भारत-भूटान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए एक स्प्रिंग बोर्ड के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने सीमावर्ती बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, व्यापार और वाणिज्य की सुचारू आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के प्रयासों और पहलों के लिए केन्द्र सरकार को भी धन्यवाद दिया।

राज्यपाल ने कहा कि यह चेक पोस्ट भारत और भूटान के बीच यात्रा को आसान बनाएगा। यह व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देगा। हमारा रिश्ता अनोखा, साझा सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित है।

राज्यपाल ने प्रस्तावित रेल संपर्क सहित सीमा पार संपर्क पहलों के महत्व पर बल दिया तथा द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक ऊंचाई पर ले जाने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए दोनों देशों की सरकारों, अधिकारियों और नागरिकों को धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा कि इस चेक पोस्ट का उद्घाटन हमारे दीर्घकालिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो क्षेत्रीय विकास और सहयोग के लिए नए अवसर खोलता है।

इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्घेरिटा, असम सरकार के एक्ट ईस्ट नीति मामलों के मंत्री चंद्र मोहन पटवारी भी उपस्थित रहे और उन्होंने अपने विचार भी रखे।

कार्यक्रम में सांसद दिलीप सैकिया, भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण के अध्यक्ष आदित्य मिश्रा, सीमा प्रबंधन विभाग के सचिव डॉ. राजेंद्र कुमार, असम सरकार के अतिरिक्त सचिव डॉ. जेबी एक्का, भूटान में भारत के राजदूत सुधाकर दलेला लांग सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।