
पूर्वी सिंहभूम, 26 जून । झारखंड विधानसभा की लोक लेखा समिति ने शुक्रवार को सर्किट हाउस परिसदन सभागार में पूर्वी सिंहभूम जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक की अध्यक्षता समिति के सभापति एवं बरही विधायक मनोज यादव ने की। इस अवसर पर समिति के सदस्य विधायक सुखराम उरांव, नमन विक्सल कोंगाड़ी, अमित यादव और समीर मोहंती भी उपस्थित रहे।
बैठक में जिले में संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं, परियोजनाओं और उनके वित्तीय प्रबंधन की विस्तार से समीक्षा की गई। समिति ने जिलास्तरीय अधिकारियों से योजनाओं की अद्यतन स्थिति, बजट की प्रगति, पारदर्शिता और जनहित को ध्यान में रखते हुए क्रियान्वयन पर रिपोर्ट ली। उन्होंने यह निर्देश दिया कि सार्वजनिक धन का सदुपयोग सुनिश्चित करते हुए सभी योजनाएं समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएं, ताकि आम जनता को समय पर लाभ मिल सके।
बैठक में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय, डीडीसी नागेन्द्र पासवान सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे। समिति ने विशेष रूप से वित्तीय वर्ष 2008-09 से 2018-19 के दौरान संचालित योजनाओं में हुए व्यय और वित्तीय प्रबंधन की गहराई से समीक्षा की।
बैठक के दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सड़क और ग्रामीण विकास से जुड़ी प्रमुख योजनाओं पर विशेष बल दिया गया। संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया कि वे इन योजनाओं की शेष कार्यप्रगति में तेजी लाएं और जरूरत के अनुसार आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाएं।
सभापति मनोज यादव ने कहा कि “लोकहित की योजनाओं में विभागीय समन्वय और नियमित निगरानी से न केवल पारदर्शिता लाई जा सकती है, बल्कि क्रियान्वयन की गुणवत्ता और गति भी बेहतर होती है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि लोक लेखा समिति का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकार द्वारा जारी धनराशि का उपयोग न्यायोचित और उद्देश्य परक तरीके से हो।