टमकोर परिषद के होली मिलन समारोह में वक्ताओं ने बच्चों को संस्कृति से जोड़ने पर दिया बल
कोलकाता, 18 मार्च। आज हमें अपने बच्चों को गांव से जोड़ने की जरूरत है।
यह बात विभिन्न वक्ताओं ने रोटरी सदन सभागार में आयोजित टमकोर परिषद के होली स्नेह मिलन समारोह में कही। केशरी चंद चोरड़िया, महेश कुमार माखरिया, पन्नालाल गिड़ीया व धनराज टांटिया (बेंगलूरु) ने कहा कि आज हमें अपने बच्चों को गांव से जोड़ने की जरूरत है। उन्हें परम्परा और संस्कृति का परिचय कराने और उसे सिखाने पर भी सभी को ध्यान देना होगा।
कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक नमस्कार महामंत्र व गायत्री के साथ हुई। संस्था के अध्यक्ष आलोक चोरड़िया ने स्वागत भाषण में कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमारा टमकोर गांव (झूंझूनू, राजस्थान) आचार्य महाप्रज्ञ की जन्भूमि है। इस अवसर पर संस्था ने गांव के वरिष्ठ सदस्य श्रीचंद चोरड़िया, रतनलाल छाजेड़, विजय सिंह कोठारी, छत्रसिंह चोरड़िया, छत्रसिंह छाजेड़ व शुभकरण गिड़ीया का सम्मान दुशाला ओढ़ा कर किया गया।
मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में पगलिया ग्रुप के सदस्यों ने अपने ढप (चंग) वादन व राजस्थानी लोक गीतों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर रंजीत सिंह कोठारी, ललित गिड़ीया, विजय सिंह टांटिया, सेन कुमार भंसाली, बाबूलाल बंका, विनय चोरड़िया, संजय चोरड़िया आदि गणमान्य मौजूद रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में जगत टांटिया, संयोजकगण महेश कुमार माखरिया, महेंद्र गिड़ीया व गोपाल बंका आदि का योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन संस्था के मंत्री सुशील गिड़ीया ने किया।