
कोलकाता, 06 अगस्त। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कूचबिहार में अपने काफिले पर हुए हमले के मामले में राज्य के एक कैबिनेट सदस्य समेत कुल 41 लोगों के नाम पुलिस शिकायत में दर्ज कराए हैं। इनमें उत्तर बंगाल विकास विभाग के राज्य मंत्री उदयन गुहा का नाम भी शामिल है। यह शिकायत अधिकारी के वकील के जरिए कूचबिहार जिले के पुलिस अधीक्षक द्युतिमान भट्टाचार्य के कार्यालय में दर्ज कराई गई।
कूचबिहार जिला पुलिस ने बुधवार को जानकारी दी कि इस हमले के मामले में गिरफ्तारियों की संख्या बढ़कर सात हो गई है, जबकि मंगलवार शाम तक यह संख्या तीन थी। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपितों की पहचान से यह साफ हो गया है कि शुभेंदु अधिकारी के मंगलवार दोपहर से लगाए जा रहे आरोप—कि हमलावर अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए थे—बिना आधार के हैं।
मंत्री उदयन गुहा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “अधिकारी के आरोप निराधार हैं। न तो किसी रोहिंग्या और न ही किसी बांग्लादेशी मुसलमान को गिरफ्तार किया गया है, और न ही उनके नाम पुलिस शिकायत में दर्ज हैं। उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। जो भी बंगालियों और बंगाली भाषा का अपमान करेगा, उसे काले झंडे दिखाए जाएंगे।”
हमला मंगलवार को उस समय हुआ था, जब शुभेंदु अधिकारी एक तयशुदा विरोध रैली में भाग लेने कूचबिहार पहुंचे थे। बताया गया कि जैसे ही उनका काफिला शहर में दाखिल हुआ, भीड़ ने उसे निशाना बनाया। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया।
अधिकारी और भाजपा के कुल 65 विधायक कूचबिहार शहर से जिला पुलिस अधीक्षक के कार्यालय तक मार्च करने वाले थे। इस मार्च का उद्देश्य हाल के दिनों में जिले में निर्वाचित भाजपा प्रतिनिधियों पर हुए हमलों के खिलाफ पुलिस को ज्ञापन सौंपना था।
अधिकारी का कहना है कि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रहे हमले कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति का सबूत हैं, और इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है।