लाहौर, 04 जनवरी। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले पंजाब में नेशनल असेंबली की दो सीटों के लिए उनके नामांकन पत्रों को खारिज किए जाने के बाद बुधवार को लाहौर उच्च न्यायालय में चुनौती दी है।
लाहौर के निर्वाचन अधिकारी ने शनिवार को पंजाब के लाहौर और मियांवाली जिलों में नेशनल असेंबली (संसद) की दो सीटों के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सुप्रीमो के नामांकन पत्रों को नैतिक आधार और तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के आधार पर खारिज कर दिया।
इमरान खान के वकील ने बुधवार को लाहौर और मियांवाली के लिए उनके नामांकन पत्रों को खारिज करने के निर्वाचन अधिकारी के फैसले को चुनौती दी। खान ने कहा कि निर्वाचन अधिकारी ने उनके प्रस्तावकों और अनुमोदकों के उन निर्वाचन क्षेत्रों से संबंधित नहीं होने पर भी आपत्ति जताई थी, जहां से वह चुनाव लड़ रहे हैं। खान ने कहा, “प्रस्तावक और अनुमोदक दोनों एनए-122 और एनए-89 से संबंधित हैं (और) आरओ की इस आपत्ति का कोई आधार नहीं है।” उन्होंने निर्वाचन अधिकारी के फैसले को रद्द करने और उन्हें उन्हीं दो निर्वाचन क्षेत्रों से 8 फरवरी का चुनाव लड़ने की अनुमति देने के लिए अदालत से गुहार लगाई। इमरान खान अगस्त 2023 से विभिन्न मामलों में अडियाला जेल में बंद हैं।