नीति आयोग के सीईओ बोले- स्केल, स्पीड और इनोवेशन पर मोदी का जोर
रायपुर, 31 मई। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को नवा रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) में आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर की शुरुआत की। प्रथम सत्र के आरंभ में नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि शिविर का उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत के विजन को प्राप्त करने के लिए रणनीति तैयार करना और राज्य के कामकाज में प्रबंधन की नवीनतम तकनीकों को शामिल करना है। इस शिविर में साय मंत्रिमंडल के दोनों उप मुख्यमंत्रियों सहित सभी सहयोगी भाग ले रहे हैं।
सुब्रमण्यम ने विकसित भारत की संकल्पना और इसे प्राप्त करने की रणनीति के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि बीते 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ा है और दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अपनी जगह बनाने में सफल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने विकसित भारत 2047 बनाने का संकल्प लिया है और इसे पूरा करने की रणनीति बनाई गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्केल, स्पीड और इनोवेशन पर जोर देते हैं। बदलते अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और समय को देखते हुए विकसित भारत का विजन तैयार किया गया है, जिससे भारत अपनी विशिष्ट जगह बना सके।
सुब्रमण्यम ने कहा कि अब दुनिया की निगाहें ग्लोबल साउथ पर हैं। अब नजरिया पश्चिम से पूर्व की ओर देखने का है और भारत इन संभावनाओं को पूरा करने के लिए सक्षम है। भारत की जनांकिकी, भारत की रणनीतिक स्थिति और भारत में तेजी से हुए सुधारों से इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए भारत तैयार है, चाहे डिजिटल इकोनॉमी हो, अथवा कर संबंधी सुधार हो, या नवाचार को बढ़ावा देना हो, भारत इसमें अग्रणी रहा है और आने वाले समय में इन्हें तेजी से बढ़ाना है। विकसित भारत सबके लिए समृद्धि लेकर आये, इसके लिए कार्य करना है। सुब्रमण्यम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकसित राज्य बनने के लिए और तीव्र विकास के लिए असीम संभावनाएं हैं और इस दिशा में आगे बढ़कर छत्तीसगढ़ अपने विकास के साथ ही विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस चिंतन बैठक में मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने अपनी जिज्ञासाओं और प्रश्नों को सामने रखा। उन्होंने छत्तीसगढ़ के विकास के रोडमैप को लेकर अपने विचार नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम के समक्ष रखे। सुब्रमण्यम ने कहा कि क्लाइमेट चेंज जैसी समस्याओं को देखते हुए ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देते हुए सतत विकास की दिशा में काम करना है।
उल्लेखनीय है इस दो दिवसीय चिंतन बैठक में सभी मंत्री एक रात आईआईएम में ही रहेंगे तथा देशभर के उच्च संस्थानों के विशेषज्ञ उनका ज्ञानवर्द्धन करेंगे। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि इस दौरान देशभर के उच्च संस्थानों आईआईएम, आईएसएस, बीआईएसएजी और आईसीसीआर के विशेषज्ञ विकसित भारत के बारे में केंद्र सरकार की योजनाओं और नीतियों तथा उनके क्रियान्वयन की जानकारी देंगे।