कोलकाता, 14 जुलाई ।आईआईएम जोका दुष्कर्म कांड में सोमवार को एक अहम मोड़ देखने को मिला जब पीड़िता अपने गुप्त बयान दर्ज कराने के लिए निर्धारित तिथि पर अलीपुर अदालत में पेश नहीं हुई। पीड़िता की गैरहाजिरी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, वहीं सरकारी वकील ने उसके पिता के वायरल बयान की जांच कराने की सिफारिश की है।

पीड़िता ने अपने आरोप में कहा था कि उसकी सोशल मीडिया के माध्यम से आईआईएम जोका के एक द्वितीय वर्ष के प्रबंधन छात्र से पहचान हुई थी। आरोपित युवक ने उसे काउंसलिंग के बहाने छात्रावास बुलाया था। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को लगभग 11:45 बजे वह छात्रावास पहुंची, जहां उसे पहले भोजन कराया गया, फिर कथित रूप से नशा मिश्रित पानी और पिज्जा दिया गया। इसके बाद वह अस्वस्थ महसूस करने लगी। आरोप है कि जब वह शौचालय जाने की कोशिश कर रही थी, तो उसे रोका गया और युवक ने उसके साथ मारपीट भी की। पीड़िता के मुताबिक, वह बेहोश हो गई और शाम 8:35 बजे उसे होश आया।

घटना के बाद वह पहले ठाकुरपुकुर थाने और फिर हरिदेवपुर थाने गई, जहां उसने दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपित छात्र को गिरफ्तार कर लिया।

हालांकि, मामले ने तब नया मोड़ ले लिया जब अगले दिन पीड़िता के पिता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने दावा किया कि “दुष्कर्म हुआ ही नहीं” और बेटी को ऐसा बयान देने के लिए कहा गया था। इस वीडियो को लेकर अदालत में भी चर्चा हुई। सरकारी वकील ने अदालत से अनुरोध किया कि वह इस वीडियो की सत्यता की जांच कराए। वहीं, आरोपित के वकील ने पीड़िता की अदालत में अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठाए और इसे पुलिस की जिम्मेदारी बताया।