कोलकाता, 15 जुलाई । आईआईएम-कलकत्ता के छात्रावास में एक छात्र द्वारा युवती से कथित बलात्कार के मामले की जांच में कोलकाता पुलिस ने अब परिसर के 11 जुलाई के सीसीटीवी फुटेज की मांग की है। जांच अधिकारियों के मुताबिक, पीड़िता के बयानों में कुछ विरोधाभास सामने आए हैं, जिन्हें सत्यापित करने के लिए यह कदम उठाया गया है।

पुलिस का कहना है कि पीड़िता ने संस्थान में बिताए समय को लेकर जो जानकारी दी है, वह सीसीटीवी फुटेज से मेल नहीं खा रही है। पुलिस यह पता लगाना चाहती है कि युवती ने आईआईएम परिसर के किन-किन हिस्सों में कब और कितनी देर तक समय बिताया।

हरिदेवपुर थाने के एक अधिकारी ने बताया कि हमने 11 जुलाई के पूरे परिसर का सीसीटीवी फुटेज मांगा है ताकि यह देखा जा सके कि पीड़िता किस समय परिसर में दाखिल हुई, किन स्थानों पर गई और कितने बजे निकली।

जांच अधिकारियों ने संस्थान से यह अनुरोध भी किया है कि वे घटना के बाद आरोपित छात्र के संपर्क में आए तीन अन्य छात्रों से पूछताछ की अनुमति दें। साथ ही पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि पीड़िता अभी तक चिकित्सकीय और कानूनी परीक्षण (मेडिको-लीगल टेस्ट) के लिए अपनी सहमति नहीं दे रही है और फिलहाल किसी के संपर्क में नहीं हैं। अधिकारी ने कहा कि वह इनकम्युनिकाडो मोड में है, हम उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, पीड़िता ने आईआईएम-कलकत्ता परिसर में लगभग ढाई घंटे बिताए थे। पुलिस का मानना है कि उसकी उपस्थिति की अवधि को लेकर उसके दावों में स्पष्टता नहीं है।

यह घटना शुक्रवार को संस्थान के बॉयज़ हॉस्टल में हुई थी और आरोपित छात्र को अगले दिन हरिदेवपुर थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसकी अगुवाई साउथ वेस्ट डिवीजन के एक सहायक आयुक्त कर रहे हैं। आरोपित छात्र को कोर्ट ने 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।