नई दिल्ली, 04 अप्रैल। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर टीजी सीताराम ने गुरुवार को इनोवेशन, डिजाइन एंड आंत्रप्रिन्योरशिप (आईडीई) बूटकैंप लांच किया। इसके जरिये देश के 14 राज्यों के 18 केंद्रों पर पीएमश्री स्कूलों और गैर-पीएमश्री स्कूलों के छात्रों, शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रोफेसर सीताराम ने कहा कि आईडीई बूटकैंप छात्रों में प्रारंभिक चरण में इनोवेशन स्किल विकसित करने में मदद करेगा। बूटकैंप के माध्यम से स्कूली छात्रों में जोखिम लेने की क्षमता विकसित होगी। इससे वे विफलता के डर को दूर करना सीख सकेंगे। इसके साथ ही छात्र अनुभवात्मक और इंटरैक्टिव लर्निंग की ताकत का इस्तेमाल कर सकेंगे। स्कूल नवाचार पहल से देश के ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो (जीईआर) को बढ़ाने में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने भविष्य के उद्यमियों को तैयार करने के लिए स्कूल नवाचार परिषदों की स्थापना पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि आईडीई बूटकैंप स्कूली छात्रों के लिए इनोवेटर, पेटेंटधारक या कंपनी निर्माता बनने का अवसर भी देता है। ऐसे छात्रों को एआईसीटीई के गिफ्टेड स्टूडेंट्स के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है जिसमें छात्र एआईसीटीई सुपरन्यूमरी कोटा के तहत उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए पात्र होंगे।
आईडीई बूटकैंप स्कूल इनोवेशन प्रतियोगिता का विस्तारित संस्करण है जो शिक्षा मंत्रालय के एआईसीटीई के स्कूल इनोवेशन काउंसिल ऑफ इनोवेशन सेल के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था। इसमें 6800 से अधिक आइडिया प्रस्तुत किए गए थे। इस बूटकैंप में कुल 4145 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं जिनमें पीएमश्री स्कूलों के 854 प्रतिभागी (कुल प्रतिभागियों का लगभग 20 प्रतिशत) और गैर-पीएमश्री स्कूलों के 3291 प्रतिभागी हैं।
बूटकैंप 18 नोडल केंद्रों पर दो चरणों में आयोजित होगा। पहला चरण 4 से 5 अप्रैल तक चलेगा जिसमें पीएमश्री स्कूलों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश) के 4 नोडल केंद्र और गैर-पीएमश्री स्कूलों के 5 केंद्र (बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई और जम्मू-कश्मीर) शामिल हैं। दूसरा चरण 9 और 10 अप्रैल को होगा जिसमें मुख्य रूप से गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा, चंडीगढ़, केरल, असम, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में 9 नोडल केंद्रों के गैर-पीएमश्री स्कूल शामिल होंगे। बूटकैंप में जम्मू-कश्मीर से 232 और असम से 152 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं।
स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अतिरिक्त सचिव विपिन कुमार ने कहा कि इस बूटकैंप में प्रस्तुत आइडिया और विकसित किए गए प्रोटोटाइप का प्रदर्शन राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 की चौथी वर्षगांठ पर 29 जुलाई को आयोजित प्रदर्शनी में किया जाएगा। बूटकैंप का आयोजन एआईसीटीई, शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और राष्ट्रीय शिक्षा, अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की ओर से संयुक्त रूप से किया जा रहा है। वाधवानी फाउंडेशन इस बूटकैंप का नॉलेज पार्टनर है।
इस दौरान शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के अतिरिक्त सचिव विपिन कुमार, एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रोफेसर राजीव कुमार, सीबीएसई के निदेशक डॉ. बिस्वजीत साहा, एनसीईआरटी के शैक्षिक सर्वेक्षण प्रभाग और परख की प्रमुख प्रोफेसर इंद्राणी भादुरी भी ऑनलाइन माध्यम से मौजूद रहे।