
कोलकाता, 10 अप्रैल । पश्चिम बंगाल में वक्फ संपत्तियों पर जबरन कब्जे को लेकर केंद्रीय खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने गृह मंत्री अमित शाह के मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेजी है। इस रिपोर्ट में तृणमूल कांग्रेस के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, एक राज्यसभा सांसद और एक निगम पार्षद समेत चार नेताओं के नाम शामिल हैं। रिपोर्ट में हाल ही में दिवंगत हुए एक विधायक का नाम भी दर्ज किया गया है। सूत्रों के अनुसार संसद में वक्फ से जुड़े विधेयक पर बहस शुरू होने से पहले ही यह रिपोर्ट दिल्ली भेजी गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं, उनमें वक्फ बोर्ड के दो मौजूदा सदस्य भी शामिल हैं। इनमें एक हैं नासिरुद्दीन अहमद, जो नदिया के कालिगंज से विधायक थे। उनका कुछ महीने पहले उनका निधन हो चुका है। उन पर कृष्णनगर स्थित साहिबुल्ला वक्फ एस्टेट के तीन हजार वर्गफुट क्षेत्र के एक फ्लैट पर जबरन कब्जा करने का आरोप है। दूसरे सदस्य तृणमूल के राज्यसभा सांसद नदीमुल हक हैं, जिन पर कोलकाता के तालबगान रोड स्थित वक्फ की करीब एक बीघा से अधिक (22 कट्ठा) जमीन कब्जा करने का आरोप लगा है। रिपोर्ट में मंत्री फिरहाद हकीम और कोलकाता नगर निगम के एक पार्षद का नाम भी शामिल है, हालांकि इन दोनों के खिलाफ आरोपों का ब्योरा स्पष्ट नहीं किया गया है।
रिपोर्ट सामने आने के बाद फिरहाद हकीम ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह जानबूझकर उन्हें और तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि वे हमेशा कानून का पालन करते हैं और किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल नहीं हैं। उनके मुताबिक, यह पूरी तरह से परेशान करने की कोशिश है। उधर वक्फ संपत्तियों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के बीच पहले से ही तनातनी चल रही है। ऐसे समय में यह रिपोर्ट सामने आने से राजनीतिक माहौल और गरमा गया है।