लोहरदगा, 9 अक्टूबर। झारखंड के लोहरदगा जिले के पेशरार प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बुधवार देर रात एक ही परिवार के तीन सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई।
यह घटना पेशरार थाना क्षेत्र के केकरांग बरटोली गांव की है, जहां 50 वर्षीय लक्ष्मण नगेसिया, उनकी पत्नी 47 वर्षीय बिफनी नगेसिया और 8 वर्षीय पुत्र रामबिलास नगेसिया की घर के अंदर ही हत्या कर दी गई।
मृतकों के शव पर कुदाल जैसे धारदार हथियार से वार के निशान पाए गए हैं, जिससे अंदेशा जताया जा रहा है कि हमलावरों ने तीनों की नींद में ही हत्या कर दी।
घटना की खबर मिलते ही किस्को एसडीपीओ वेदांत शंकर और पेशरार थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, घटना के बाद हमलावर फरार हो गए। गांव में सुबह जब लोगों को घटना की जानकारी हुई, तो पूरे इलाके में भय और आक्रोश फैल गया। पुलिस ने पूरे गांव को घेरकर साक्ष्य एकत्र करने और संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है।
एसडीपीओ वेदांत शंकर ने कहा कि “यह अत्यंत गंभीर मामला है। अज्ञात अपराधियों ने एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की है। पुलिस सभी कोणों से जांच कर रही है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”
डायन-बिसाही की चर्चा, बहू से पूछताछ जारी
सूत्रों के अनुसार, इस हत्या के पीछे डायन-बिसाही जैसी अंधविश्वासी धारणा का कोण भी सामने आ रहा है। मृतक की बहू सुखमनिया नगेसिया घटना के समय घर पर मौजूद थी, जिसे हमलावरों ने कथित रूप से कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया था। पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू कर दी है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि घटना के पीछे क्या वजह थी — पारिवारिक विवाद, अंधविश्वास या कोई और कारण।
फिलहाल पुलिस ने किसी भी अंधविश्वासी कारण की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है और कहा है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।
पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई है, जो मामले के हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है।
गांव में दहशत का माहौल
इस जघन्य तिहरे हत्याकांड से केकरांग गांव और आसपास के इलाकों में भय और तनाव का माहौल है। पुलिस ने एहतियातन क्षेत्र में गश्त और सुरक्षा बढ़ा दी है। ग्रामीणों ने हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
