हावड़ा, 5 जुलाई । हावड़ा के गढ़चुमुक इलाके में शुक्रवार रात कथित तौर पर एक होटल मालिक से मारपीट और अपहरण की कोशिश के मामले में पुलिस ने पीड़ित की सौतेली मां और बहन समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, गढ़चुमुक के रहने वाले मदन काड़ार नामक एक व्यवसायी ने दो शादियां की थीं। उनकी पहली पत्नी से चार बेटियां और एक बेटा है, जबकि दूसरी पत्नी से एक बेटी है। मदन काड़ार की मृत्यु के बाद उनकी पहली पत्नी से बेटा प्रोसेनजीत काड़ार गढ़चुमुक इलाके में स्थित होटल की देखरेख कर रहे थे। इसी होटल को लेकर उनका सौतेली मां और सौतेली बहन से लंबे समय से संपत्ति विवाद चल रहा था।

प्रोसेनजीत काड़ार ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार रात उनकी सौतेली मां और बहन लगभग 50 लोगों को साथ लेकर उनके होटल में घुसीं, उन्हें बुरी तरह पीटा और चाकू की नोंक पर जबरन गाड़ी में बैठाकर अपहरण की कोशिश की। प्रोसेनजीत के मुताबिक, हावड़ा के बेलपोला इलाके के एक प्रमोटर की भी इस पूरी घटना में भूमिका रही है। सूचना पर गढ़चुमुक फाड़ी के ओसी और उनकी टीम ने मौके पर पहुंच कर प्रोसेनजीत को छुड़ाया।

घटना के बाद 50 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया, जिनमें से प्रोसेनजीत की सौतेली मां, सौतेली बहन और प्रमोटर समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तारी के वक्त प्रोसेनजीत की सौतेली बहन ने कहा, “यह हमारी ही संपत्ति है, लेकिन हमें उसमें घुसने नहीं दिया जा रहा। पुलिस जानबूझकर हमें फंसा रही है।”

वहीं प्रोसेनजीत काड़ार ने कहा, “पिता के निधन के बाद से मैं होटल का काम संभाल रहा हूं। वे लोग जबरन कब्जा करना चाहते हैं। मुझे मारा गया, गले पर चाकू रखकर कार में डाला गया। मेरी बहन ने थाने में सूचना दी, तब जाकर पुलिस आई और मुझे बचाया।”

इस घटना में एक और दिलचस्प मोड़ यह है कि जिन गाड़ियों में लोग आए थे, उनके ड्राइवरों का दावा है कि उन्हें होटल पर लाने की असली वजह नहीं बताई गई थी। कुछ महिलाओं ने भी कहा कि उन्हें एक मीटिंग में शामिल होने के नाम पर लाया गया और 500 रुपये देने की बात कही गई थी, लेकिन वे गाड़ी से नहीं उतरीं। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।