ठाकुरजी के सजेगी फागुनी झांकियां

जयपुर/उदयपुर, 24 फ़रवरी। माघ पूर्णिमा पर शनिवार को परम्परानुसार जगह—जगह होली का डांडा रोपा गया। राजस्थान में जयपुर सहित विभिन्न शहरों—गांवों में होलिकारोपण हुआ। डांडा रोपण के साथ अब पूरे माह फाल्गुनी उल्लास छाया रहेगा। देवालयों में भगवान के पहनावे से लेकर भोग में परिवर्तन होगा। ऋतु परिवर्तन के साथ ही ठंडी तासीर के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। जगह-जगह मंदिरों और कई संस्थाओं की ओर से फाग उत्सव कार्यक्रम होंगे। शहर के मंदिरों में भगवान के फाल्गुनी झांकियां सजाई जाएगी चंग और ढप की थाप पर होली की फाल्गुनी भजनों और गीतों की बयार बहेगी।

औपचारिक तौर से महिलाओं द्वारा फाग उत्सव मनाने की रस्म भी शुरू हो जाएगी। गुलाल और फूलों से होली खेली जाएगी। इसी के तहत शनिवार को जयपुर व उदयपुर के सिटी पैलेस प्रांगण में होली का डांडा पूजन का आयोजन हुआ। पूजन में राजपरिवार के सदस्यों ने विधिवत होली के डांडे की पूजा अर्चना की और डांडा रोपा गया।

इसी तरह, भांकरोटा भोज्यावास स्थित श्री रामलला मंदिर के बाहर होली का डांडा पूजन किया। धर्म प्रचारक विजय शंकर पाण्डेय ने बताया आर्ष संस्कृति दिग्दर्शक ट्रस्ट द्वारा प्राचीन परम्पराओं का ध्यान में रखते हुए शहर के नजदीक ग्रामीण जगहों में भी प्रचार प्रसार हो सकेगा डांडा पूजन में सरस निकुंज के श्री अलबेली माधुरी शरण महाराज महामंडलेश्वर नर्मदा शंकर पुरी पंचमुखी हनुमान मंदिर रामरज दास, परकोटा गणेश मंदिर अमित शर्मा, गीता गायत्री मंदिर के राजकुमार शर्मा मेहन्दीपुर बाला जी शिक्षा सचिव सुदिप तिवाड़ी, प्राचीन चतुर्भुज जी मंदिर भांकरोटा हेमन्त कुमार, संजय त्यागी,डा प्रशान्त शर्मा आदि सन्त महन्तों द्वारा पूजन किया गया। सन्तों ने जनता से होलिका दहन गौ काष्ठ से करने का आह्वान किया।