
रांची, 2 नवंबर । हटिया मज़दूर यूनियन सीटू की ओर से यूनियन कार्यालय धुर्वा में रविवार को बैठक का आयोजन हुआ। इस अवसर पर भवन सिंह ने कहा कि प्रबंधन पूर्व के समझौते के साथ छेड़छाड़ करना बंद करे। उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने जानबुझकर मांगों और सहुलियतों में कटौती किया है। जो गैर कानूनी है। पूर्व में 15अक्टूबर 2025 के पारित प्रस्ताव के अनुसार एक माह के अन्दर सभी बिंदुओं पर बैठक बुलाकर निर्णय लेने का समय दिया गया था।
इसपर अब प्रबंधन बैठक कर ठोस निर्णय ले। उन्होंने सभी मजदूरों से यूनियन के साथ जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सदस्यता रसीद कटवाकर यूनियन का साथ दें। क्योंकि केंद्र सरकार की नई श्रम नीति के अनुसार सदस्यता ग्रहण करना अनिवार्य कर दिया गया है। आपकी मांगों को उठाने के लिए सदस्य होना अनिवार्य है। तभी यूनियन मांग विधिवत उठाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो यूनियन मांगों के लिए हंगामा कर रही है। वे नहीं समझ रहें हैं कि यूनियन के निबंधित नहीं होने के कारण वे श्रम विभाग में आपकी मांगो को नहीं उठा सकते हैं। जल्द ही यूनियन संघर्ष की रुप रेखा तय करेगी।
भवन सिंह ने कहा कि पुनः उन मांगों को जो नीचे दिया जा रहा है। उसे पुनर्स्थापित करने की दिशा में कदम उठाये। स्थायी मज़दूरों की मांगों में स्वैच्छिक भविष्य निधि (वीपीएफ) के मद में काटी गई रकम की वापसी कर और पुनः वीपीएफ काटना चालू करने, बच गए अर्जित अवकाश के रकम का भुगतान करने या उसे सम्बंधित मजदूरों को सर्विस बुक में वापस किए जाने, पेमेंट स्लीप अपडेट कर मजदूरों को मुहैया कराने,2004-2018 बैच का प्रमोशन जल्द निकालने जैसी मांगें शामिल है।





