जालंधर, 22 नवंबर। पंजाब में जालंधर-लुधियाना राष्ट्रीय राजमार्ग के जालंधर-फगवाड़ा खंड पर धानोवाली गांव के पास गन्ने का समर्थन मूल्य 380 रुपये से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने और चीनी मिलों को चालू करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों द्वारा मंगलवार से शुरू अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को भी जारी रहा।

धरने के कारण जालंधर लुधियाना राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर भारी जाम की स्थित है जिसमें हजारों मुसाफिर फंसे हुए हैं। मंगलवार की देर रात किसानों की आपसी बैठक में यह फैसला लिया गया कि बुधवार शाम सरकार के साथ किसानों की बैठक होने पर ही धरना समाप्त किया जाएगा। अगर बुधवार को सरकार के साथ बैठक नहीं हुई तो किसान जालंधर के धनोवाली के पास ट्रेनें भी रोकेंगे। इतना ही नहीं किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक धरना खत्म नहीं होगा।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान संगठन गन्ने का रेट बढ़ाने समेत अन्य मांगों को लेकर जालंधर-लुधियाना मुख्य मार्ग पर बैठे हैं। सोमवार देर शाम जालंधर प्रशासन के अधिकारियों ने भी किसानों से मुलाकात की। जहां उन्होंने किसानों को उनके विचार सरकार तक पहुंचाने और उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया। आश्वासन के बाद भी धरना समाप्त नहीं हुआ।
किसानों ने मंगलवार को जालंधर-लुधियाना मुख्य मार्ग पर तंबू गाड़ दिए थे। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेकेएम) के बैनर तले किसानों ने मंगलवार को जालंधर शहर के बाहरी इलाके धानोवाली में जालंधर-नई दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया है।

एक अन्य किसान नेता मंजीत सिंह राय ने कहा कि उन्होंने आठ नवंबर को विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई थी, लेकिन उनकी मांगों को पूरा करने के संबंध में राज्य सरकार के आश्वासन के बाद इसे स्थगित कर दिया था।