काठमांडू, 12 दिसम्बर। सर्दी बढ़ने के साथ ही देश के हिमालयी क्षेत्र मनांग, मुस्तांग, हुम्ला, मुगु, डोल्पा जैसे जिलों में बर्फबारी शुरू हो गई है। कुछ जिलों में भारी बर्फबारी के साथ ही तापमान गिरकर माइनस 16 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। सुबह के समय इन जिलों का तापमान माइनस 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है, तो रात में यह और अधिक घट कर माइनस 16 से 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच जाता है।
मनांग जिले के प्रमुख जिला अधिकारी सुभाष लामिछाने के मुताबिक मनांग के चामे इलाका और आसपास के क्षेत्रों में तापमान माइनस 16 से 18 डिग्री तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि तापमान में भारी गिरावट आने के कारण यहां के लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। प्रमुख जिलाधिकारी का कहना है कि ठंड के कारण नदी का पानी जम गया है और नल में भी पानी जम रहा है। सड़क पर करीब 4-5 फीट बर्फ की मोटी परत जमी हुई है। भारी बर्फबारी के कारण वाहनों का आवागमन बिलकुल भी बन्द हो गया है। सबसे अधिक परेशानी पीने के पानी को लेकर है।
जिले के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी नमो नारायण मल्ल ने बताया कि ठंड के कारण सीमेंट से जुड़े निर्माण कार्य में दिक्कतें आयेंगी, इसलिए भारी बर्फबारी को देखते हुए मुस्तांग जिले में एक नोटिस जारी कर विकास निर्माण में सीमेंट का उपयोग न करने का अनुरोध किया गया है।
पहली बर्फबारी होते ही इन जिलों के शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया है। भारी बर्फबारी की वजह से उत्तरी क्षेत्र के लोग नीचे के जिलों में चले आए हैं। शिक्षण संस्थान सहित सभी दुकान व्यापार, कारोबार और सरकारी दफ्तर समेत बंद होने के कारण अधिकांश स्थानीय लोग सर्दी से बचने के लिए जिले से बाहर चले गये हैं। मनांग जिले के निवासी गोरखा जिले में अस्थाई निवास करने चले गए हैं। ऐसे ही मुस्तांग और डोल्पा जिले के निवासियों म्याग्दी और कास्की के तरफ भेजा गया है।
मनांग के प्रमुख जिलाधिकारी लामिछाने ने बताया कि स्थानीय लोगों के ठंड से बचाने के लिए नीचे के सीमावर्ती जिलों में अस्थायी आवास की व्यवस्था की गई है। लोगों को सभी जरूरत की चीजों की आपूर्ति अस्थाई कैंप में की जा रही है। अगले तीन से चार महीनों के लिए आवश्यक सरकारी कामों के लिए अस्थायी रूप से सरकारी दफ्तर भी तैयार कर दिया गया है।