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शिमला, 28 फ़रवरी । हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। राज्य के पर्वतीय इलाकों में लगातार बर्फबारी हो रही है जबकि मैदानी और मध्यवर्ती क्षेत्रों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। जिला लाहौल-स्पीति, कुल्लू, चम्बा, शिमला और किन्नौर में बर्फबारी के चलते सड़कें बंद हो रही हैं वहीं कुल्लू सहित अन्य इलाकों में हो रही लगातार बारिश से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम की इस मार को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थिति की समीक्षा करते हुए पावर प्रोजेक्ट्स के डैम के गेट खोलने के आदेश दिए हैं ताकि जलस्तर नियंत्रित रहे और किसी भी संभावित खतरे से बचा जा सके। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के किनारे न जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी जिला उपायुक्तों के साथ बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लंबे समय से बर्फबारी और बारिश का इंतजार हो रहा था। इससे किसानों और बागवानों को राहत मिलेगी, लेकिन कुछ इलाकों में भारी बारिश व बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है। सरकार हर परिस्थिति के लिए तैयार है और लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
हिमाचल में 200 से ज़्यादा सड़कें बंद, 250 ट्रांसफार्मर ठप
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी वर्षा व हिमपात से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। भारी बर्फबारी व भू-स्खलन से शुक्रवार तक राज्य में 200 से अधिक सड़कों पर यातायात अवरूद्ध है जबकि अढ़ाई सौ से अधिक बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप्प हो गए हैं। वहीं अधिकतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। कई स्थानों पर भू-स्खलन व जनजातीय क्षेत्रों में ग्लेशियर खिसकने की घटनाएं भी हुई हैं। चम्बा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी की कुमार पंचायत में ग्लेशियर की चपेट में आने से तीन लोग बमुश्किल बहते-बहते बचे। इनमें से एक को गम्भीर चोट आई है। इस घटना में एक मकान भी क्षतिग्रस्त हुआ है। पांगी घाटी में साढ़े तीन फुट से अधिक ताजा बर्फबारी हुई है।
पर्यटन नगरी मनाली में भी लगभग एक फुट हिमपात हुआ है। कुल्लू जिला में पहनाला में बादल फटने से दर्जनों वाहन बाढ़ के मलबे में दब गए जबकि सरवरी नदी का पानी स्थानीय पार्किंग में भर जाने से कई गाड़ियां वहां फंस गई हैं। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों लाहौल स्पिति, किन्नौर, पांगी, भरमौर, और डोडरा क्वार का सम्पर्क शेष विश्व से कटा हुआ है वहीं व्यापक वर्षा से नदी-नालों का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है।
प्रशासन ने लोगों से नदी नालों के समीप न जाने और एहतियात बरतने की अपील की है। इस बीच मौसम विभाग ने आज रात भी प्रदेश में भारी वर्षा व बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।