
नई दिल्ली, 27 जून । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 27 जून को देशभर में अगले सात दिनों तक देश के विभिन्न हिस्सों में व्यापक वर्षा, गरज-चमक और तेज हवाओं की संभावना जताई है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, गंगा के मैदानी इलाकों में स्थित पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, गरज-चमक और 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
पूर्वोत्तर भारत में भी अगले सात दिनों तक अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ बिजली गिरने और आंधी की आशंका है। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। विशेष रूप से 1 जुलाई को अरुणाचल प्रदेश और 27 जून व 2 जुलाई को नागालैंड में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
दक्षिण भारत की बात करें तो 27 और 28 जून को तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। तटीय कर्नाटक में 27 जून से 3 जुलाई तक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 27 और 3 जुलाई को भारी वर्षा के आसार हैं। इसके अलावा 27 जून को तेलंगाना, 29 जून और 3 जुलाई को केरल में भी बहुत भारी वर्षा हो सकती है। इस दौरान इन राज्यों में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलने की संभावना है।
केरल और माहे, लक्षद्वीप और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। साथ ही तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
मछुआरों के लिए आईएमडी ने विशेष चेतावनी जारी की है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के कई क्षेत्रों में तेज हवाओं और ऊंची लहरों की वजह से 27 जून से 2 जुलाई तक मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। गुजरात, कोंकण, गोवा, कर्नाटक, केरल, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों सहित लक्षद्वीप, अंडमान सागर और मन्नार की खाड़ी में मछली पकड़ने की गतिविधियों को पूरी तरह स्थगित करने का सुझाव दिया गया है।
मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा अब राजस्थान के जैसलमेर, बीकानेर, झुंझुनू होते हुए हरियाणा के सोनीपत और उत्तर प्रदेश के रामपुर तक पहुंच चुकी है। अगले दो-तीन दिनों में देश के बाकी हिस्सों में भी मानसून के फैलने की स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। 27 जून को सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में अत्यधिक भारी वर्षा (20 सेमी से अधिक) की संभावना है। अगले सात दिनों में गुजरात, कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाटी क्षेत्रों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
उत्तर-पश्चिम भारत में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पूर्वी राजस्थान में 27 जून से 3 जुलाई के बीच कई स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में भी 27 से 29 जून तक वर्षा हो सकती है। उत्तर प्रदेश में 28 जून से 3 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है। 29 जून को पंजाब और हरियाणा, जबकि 30 जून से 1 जुलाई के बीच उत्तराखंड में भारी वर्षा हो सकती है। इस दौरान बिजली गिरने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
पूर्व और मध्य भारत के राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी 27 जून से 3 जुलाई तक भारी वर्षा का अनुमान है। विदर्भ में 27 और 30 जून से 2 जुलाई तक, अंडमान-निकोबार में 28 जून को और मध्य प्रदेश में 1 से 3 जुलाई के दौरान बहुत भारी वर्षा की आशंका है। इसके अलावा छत्तीसगढ़, गंगीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के कुछ हिस्सों में भी इस अवधि में भारी वर्षा हो सकती है।