नई दिल्ली, 10 जुलाई । देशभर में मानसून पूरी रफ्तार से बरस रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मध्य, पूर्वी, उत्तर-पश्चिम, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कुछ क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और आवश्यक एहतियात बरतने की अपील की है।

मध्य प्रदेश में 10 से 15 जुलाई तक विभिन्न स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है। 10 से 11 जुलाई को विदर्भ, 10, 11, 14 और 15 जुलाई को छत्तीसगढ़, 13 जुलाई को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम, 14 जुलाई को पश्चिम बंगाल, तथा 13 से 15 जुलाई के बीच ओडिशा में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, 10 से 12 जुलाई तक मध्य प्रदेश में “बहुत भारी वर्षा” होने की चेतावनी दी गई है। 10 जुलाई को विदर्भ, छत्तीसगढ़ व झारखंड में भी कई जगह बारिश हो सकती है। इस क्षेत्र में अगले सप्ताह हल्की से मध्यम बारिश, गरज-चमक व 30 से 40 किमी/घंटा तक तेज हवाओं की भी संभावना बनी हुई है।

उत्तर-पश्चिम भारत में 10 से 15 जुलाई के दौरान पूर्वी राजस्थान व उत्तराखंड के कई हिस्सों में भारी बारिश संभव है। 10 और 13 से 15 जुलाई को हिमाचल प्रदेश, 10 से 13 जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश, 10 से 11 जुलाई को पूर्वी उत्तर प्रदेश, और 12 से 15 जुलाई को पश्चिमी राजस्थान में भी बारिश की संभावना जताई गई है। 10 जुलाई को उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब व हरियाणा में और 11 से 13 जुलाई को पूर्वी राजस्थान में “बहुत भारी वर्षा” हो सकती है।

पश्चिम भारत में कोंकण से गोवा व गुजरात में 10 से 15 जुलाई के दौरान विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। विशेष रूप से 10 जुलाई को मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों, तथा 12 से 13 जुलाई को सौराष्ट्र और कच्छ में भी बारिश के हालात बन रहे हैं। दक्षिण भारत में 10 से 15 जुलाई के दौरान तटीय कर्नाटक व केरल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के साथ 40 से 50 किमी/घंटा की तेज सतही हवाएं चलने की चेतावनी जारी की गई है। यहां भी अगले 7 दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।

पूर्वोत्तर भारत में भी अगले हफ्ते ज्यादातर जगहों पर छिटपुट से मध्यम बारिश, गरज व बिजली गिरने की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं। 10 से 15 जुलाई में असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम व त्रिपुरा समेत 11 से 15 जुलाई को अरुणाचल प्रदेश के भी कई हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है।

विश्लेषण के मुताबिक, झारखंड, गंगा क्षेत्र व उससे सटे क्षेत्रों में विक्षोभ के कारण समुद्र तल से ऊपरी वायु के चक्रण उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहे हैं। यह प्रणाली महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, अंडमान क्षेत्र व पूर्वी भारत के मानसून गर्त से जुड़ी हुई है। साथ ही, हरियाणा व आसपास के इलाकों में ऊपरी हवा में हलकी चक्रवाती हलचल अभी भी सक्रिय है।