
नई दिल्ली, 6 जुलाई। प्रधानमंत्री मोदी नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन द्वारा दिया गया बलिदान धर्म के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वह लोगों को विपरीत परिस्थितियों में भी सत्य का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं।
प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट में कहा, “हजरत इमाम हुसैन (ए.एस.) का बलिदान धर्म के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की याद दिलाता है। वह लोगों को विपरीत परिस्थितियों में भी सत्य का मार्ग अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं।”
उल्लेखनीय है कि आज इस्लाम में आशूरा का दिन है, जो मुहर्रम माह की 10वीं तिथि को आता है। इस दिन को हज़रत इमाम हुसैन की करबला में दी गई शहादत के लिए याद किया जाता है।
हजरत इमाम हुसैन इस्लाम के पैगंबर हज़रत मोहम्मद साहब के नवासे और हज़रत अली तथा बीबी फातिमा के पुत्र थे। वे सत्य, न्याय और धर्म के प्रतीक माने जाते हैं। 680 ईस्वी में करबला की लड़ाई में उन्होंने यज़ीद की अधीनता स्वीकार नहीं की और अपने परिवार सहित बलिदान दिया। उनका यह बलिदान इस्लामी इतिहास की सबसे मार्मिक घटनाओं में से एक है।