कूचबिहार, 8 अक्टूबर । इस वर्ष फिर से कूचबिहार जिला संशोधनागार में दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है जिससे वहां सजा काट रहे कैदियों में ख़ुशी देखी जा रही है। दरअसल, कारावास में रहने वाले कैदी हर दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक लगभग पूरा समय चार दीवारी के भीतर बिताते हैं। उनकी ख़ुशी और गम सब चारदीवारी तक ही सीमित है। ऐसे में वे पूजा के आनंद से वंचित न रहें, इस उद्देश्य से जेल प्रशासन ने इस वर्ष फिर से कूचबिहार जिला संशोधनागार में दुर्गा पूजा का आयोजन किया है। इस दौरान कैदियों के लिए विशेष भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। संशोधनागार में पूजा की तैयारियां शुरू हो चुकी है। जिससे कैदी उत्साहित हैं।
कूचबिहार जिला संशोधनागार अधीक्षक गौतम रॉय ने कहा, पूजा छोटे स्तर पर की जा रही है। पूजा से कैदी काफी खुश हैं। पूजा के चार दिनों में उनके लिए विशेष भोजन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने आगे कहा कि कैदी पूजा के आनंद से वंचित न रहें, इसे ध्यान में रखते हुए दिवंगत मंत्री कमल गुहा के कार्यकाल में कूचबिहार जिला संशोधनागार में दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई थी। तब से संशोधनागार में नियमित रूप से पूजा आयोजित की जा रही है। हालांकि पिछले साल किसी कारणवश पूजा नहीं हुई थी। इस साल पूजा फिर से शुरू हो रही है।
सूत्रों के मुताबिक, पूजा का बजट 30 हजार रुपए रखा गया है। इसमें से 20 हजार रुपया प्रिजनर वेलफेयर फंड से दिए जा रहे हैं। जबकि संशोधनागार के कर्मचारी और अधिकारी बांकी दस हजार रुपये का जुगाड़ कर रहे हैं। पूजा के लिए संशोधनागार के अंदर बांस और कपड़े से कोई मंच नहीं बनाया जा रहा है। संशोधनागार के एक विशेष हॉल में पूजा का आयोजन किया जा रहा है। पूजा स्थल को कागज और प्लास्टिक के फूलों से सजाया जाएगा। हालांकि पूरे वर्ष एक निश्चित मात्रा में रोशनी रहती है, लेकिन पूजा के कुछ दिनों के लिए पर्याप्त मात्रा में रोशनी उपलब्ध कराई जा रही है। एक साउंड बॉक्स भी है। कैदी चाहें तो वहां तरह-तरह के गाने बजाने के अलावा पूजा के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित कर सकते हैं। वर्तमान में कूचबिहार सुधार गृह में तीन सौ से अधिक कैदी हैं।