नैनीताल, 13 नवम्बर। उत्तराखंड के हल्द्वानी में दीपावली की रात एक टैंट हाऊस में भीषण आग लगने से तीन टैंट कर्मी जिंदा जलकर खाक हो गये। आग पर सोमवार सुबह तक काबू पाया जा सका।
मिली जानकारी के अनुसार नवाबी रोड स्थित कुमाऊं टैंट हाऊस में छह कर्मचारी रोज की तरह सो रहे थे। तीन कर्मचारी नीचे गोदाम में और तीन ऊपर पहली मंजिल पर कमरे में सो रहे थे। बताया जा रहा है कि देर रात को टैंट हाऊस में आग लग गयी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और पूरे टैंट हाऊस को अपनी चपेट में ले लिया।
आग लगने से नीचे सो रहे तीन कर्मचारी किसी तरह से बाहर निकल भागे लेकिन बाकी कर्मचारी आग से घिर गये और तीनों जलकर खाक हो गये। आग इतनी भीषण थी कि टैंट हाऊस का पूरा सामान भी जलकर खाक हो गया। वाहन भी आग की भेंट चढ़ गये।
बताया जा रहा है कि आग रात 12 बजे के बाद लगी । सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस अधिकारी और अग्निशमन बल के जवान मौके पर पहुंचे। सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, पुलिस क्षेत्राधिकारी भूपेन्द्र सिंह धौनी मौके पर पहुंचे।
अग्निशमन बल के जवान भी मौके पर पहुंचे लेकिन आग की भयावहता को देखते हुए लालकुआं और रामनगर से भी अग्निशमन बल के जवानों और वाहनों को भी मौके पर बुलाया गया। लगभग छह वाहन चार घंटे तक आग से जूझते रहे। सुबह लगभग चार बजे तक आग पर काबू पाया गया।
तीन शवों को बरामद कर लिया गया है। मृतकों में रवीन्द्र कुमार, कृष्णा निवासीगण मालधन चौड़, रामनगर और रोहित पुरी निवासी थाली नतौला, धारी, नैनीताल शामिल हैं। शव बुरी तरह से जल चुके हैं। सीओ धौनी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है।
आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। अग्निशमन बल की टीम आग के कारणों का पता लगाने में जुटी है। अंदेशा है कि पटाखा की एक चिंगारी ने टैंट हाऊस को चपेट में ले लिया।
पार्षद रवि जोशी ने बताया कि आग से आसपास मकानों और दुकानों को भी खतरा उत्पन्न हो गया था। इससे लोगों में दहशत फैल गयी लेकिन पुलिस और प्रशासन ने किसी तरह से आग पर काबू पाया और इसे फैलने से रोक दिया।