एचएएल के स्टॉल पर प्रमुख आकर्षणों में से एक सुखोई-30 एमकेआई विमान होगा

दुनिया का पहला लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ भी दिखेगा एचएएल के स्टॉल पर

नई दिल्ली, 08 जनवरी। वैश्विक शिखर सम्मेलन वाइब्रेंट गुजरात के दौरान विदेशी मेहमानों को भारतीय रक्षा बाजार के प्रति आकर्षित करने के लिए वायु सेना के फाइटर जेट और लड़ाकू हेलीकॉप्टर भी प्रदर्शित किये जाएंगे। गांधीनगर में 9-13 जनवरी तक होने वाले सम्मेलन के 10वें संस्करण में भाग लेने के लिए हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लि. (एचएएल) भी पूरी तरह तैयार है। एचएएल के स्टॉल पर प्रमुख आकर्षणों में से एक सुखोई-30 एमकेआई विमान होगा, जिसे हवा से जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल के साथ स्वदेशी रूप से संशोधित किया गया है।

वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की परिकल्पना 2003 में उस समय की गई थी, जब मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। इसके बाद 20 वर्षों में यह समावेशी विकास, व्यापार सहयोग और रणनीतिक साझेदारी के लिए सबसे प्रतिष्ठित वैश्विक मंचों में से एक के रूप में विकसित हुआ है। इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी 9 जनवरी को सुबह करीब 9.30 बजे गांधीनगर के महात्मा मंदिर में विश्व के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। दोपहर करीब तीन बजे वह वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो का उद्घाटन करेंगे।

पीएमओ की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक 10 जनवरी को सुबह करीब 9.45 बजे प्रधानमंत्री मोदी गांधीनगर के महात्मा मंदिर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह शीर्ष वैश्विक निगमों के सीईओ के साथ बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री गिफ्ट सिटी जाएंगे, जहां शाम करीब 5.15 बजे वह ग्लोबल फिनटेक लीडरशिप फोरम में प्रमुख व्यापारिक नेताओं के साथ बातचीत करेंगे। इसकी थीम ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ रखी गई है। यह संस्करण ‘वाइब्रेंट गुजरात’ के 20 वर्षों की सफलता को चिन्हित करेगा। इस वर्ष के शिखर सम्मेलन में 34 देश और 16 संगठन भागीदार होंगे।

वैश्विक शिखर सम्मेलन वाइब्रेंट गुजरात के 10वें संस्करण में भाग लेने के लिए एचएएल भी पूरी तरह तैयार है। एचएएल के स्टॉल पर प्रमुख आकर्षणों में से एक सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान होगा, जिसे हवा से जमीन पर मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल से लैस करने के लिए स्वदेशी रूप से संशोधित किया गया है। एचएएल के स्टॉल पर दुनिया का पहला लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) ‘प्रचंड’ भी प्रदर्शित किया जायेगा। यह पूरी तरह से स्वदेशी एलसीएच हथियारों और ईंधन के काफी भार के साथ 5000 मीटर (16,400 फीट) की ऊंचाई पर उतर और उड़ान भर सकता है।

एचएएल ने एक बयान में बताया कि स्टॉल पर सुखोई-30 के अलावा मल्टीरोल स्वदेशी एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (एलसीए) रूद्र, हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर-40 (एचटीटी-40) विमान और समुद्री टोही विमान डोर्नियर 228 के स्केल मॉडल भी प्रदर्शित होंगे। इसके अलावा एचएएल स्टॉल भारतीय उद्योगों की मुख्य दक्षताओं और क्षमताओं, महत्वपूर्ण एयरोस्पेस भागों, सामग्रियों का स्वदेशीकरण प्रदर्शित करेगा। विदेशी मेहमानों को भारतीय रक्षा बाजार के प्रति आकर्षित करने के लिए प्रदर्शित किये जाने वाले यह सभी विमान और हेलीकॉप्टर भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना इस्तेमाल कर रही हैं।