राेहतक, 09 अप्रैल । हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में दुष्कर्म और हत्या के मामले में 20 साल की सजा काट रहा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम बुधवार सुबह एक बार फिर 21 दिन के फरलो पर सलाखों के पीछे से बाहर आ गया। राम रहीम इस अवधि में सिरसा डेरे में ही रहेगा। सुबह करीब साढ़े छह बजे वह कड़ी सुरक्षा के बीच जेल से सिरसा रवाना हुआ।

इससे पहले वह 28 जनवरी 2025 को 30 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर आया था। तब उसने पैरोल के 10 दिन सिरसा डेरा और 20 दिन यूपी के बरनावा में काटे थे। बताया जा रहा है कि राम रहीम डेरे के स्थापना दिवस के 77वें समारोह में शामिल होगा। सिरसा डेरे को डेरा सच्चा सौदा के नाम से जाना जाता है। इसकी स्थापना 29 अप्रैल 1948 को संत शाह मस्ताना ने की थी।

25 अगस्त 2017 को दो साध्वियों के यौन शोषण केस में राम रहीम को 20 साल की सजा हुई। इसके बाद 17 जनवरी 2019 को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्रकैद हुई। सुनारिया जेल में बंद राम रहीम पैरोल और फरलो लेकर अब तक 12 बार बाहर आ चुका है। यह 13वां मौका है, जब राम रहीम जेल से बाहर आया।

डेरा सच्चा सौदा पहुंचकर राम रहीम ने संगत के नाम वीडियो जारी करते हुए कहा कि वह एक बार फिर से संगत के बीच में आए हैं। समूह संगत काे स्थापना दिवस की शुभकामनाएं। यह सांई की सेवा का महीना है। इसमे सेवा करनी है। राम रहीम ने संगत से अपील की है कि वह घराें में रहे और डेरे की प्रबंधन समिति के निर्देश का पालन करे।