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मुजफ्फरपुर में गरजे प्रधानमंत्री, छठी मइया के अपमान पर कहा- बिहार की जनता नहीं करेगी माफ

मुजफ्फरपुर, 30 अक्टूबर।  बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस गठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “राजद-कांग्रेस की पहचान पाँच शब्दों से होती है – कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुशासन और करप्शन।” यही जंगलराज की पहचान है, यही इनके शासन की सच्चाई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “जहाँ कट्टा चलता है, वहाँ कानून ठहर नहीं सकता। जहाँ क्रूरता राज करती है, वहाँ जनता का विश्वास टूट जाता है। जहाँ कटुता फैलाने वाले होते हैं, वहाँ समाज में मेल-जोल खत्म हो जाता है। जहाँ कुशासन होता है, वहाँ विकास नहीं होता, और जहाँ करप्शन होता है, वहाँ गरीबों का हक लूट लिया जाता है।”

उन्होंने कहा कि बिहार ने राजद-कांग्रेस के ‘जंगलराज’ को देखा है, जब लोग भय और अराजकता के साये में जीते थे। “उस समय अपहरण, हत्या और लूटपाट बिहार की पहचान बन गई थी। लोगों का दम घुटता था, उद्योग धंधे बंद हो गए थे, और आम नागरिक पलायन को मजबूर था।”

प्रधानमंत्री ने मुजफ्फरपुर के चर्चित गोलू अपहरण कांड का जिक्र करते हुए कहा कि “2001 में जब यह दर्दनाक घटना हुई थी, तब बिहार में लालू यादव की पार्टी का शासन था। अपराधियों ने एक मासूम बच्चे का अपहरण किया और उसकी नृशंस हत्या कर दी। यह बिहार के इतिहास का सबसे भयावह दौर था, जब कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं बची थी।”

उन्होंने कहा कि “राजद और कांग्रेस ने बिहार को अराजकता और भय की राह पर धकेल दिया था, लेकिन आज बिहार विकास के रास्ते पर है। रेल इंजन बन रहे हैं, डेयरी और फूड प्रोसेसिंग के बड़े-बड़े संयंत्र लग रहे हैं, मखाना विश्वभर में प्रसिद्ध हो रहा है, और बिहार आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “एनडीए का संकल्प है — कमाई, दवाई, पढ़ाई और सिंचाई — ताकि बिहार का बेटा-बेटी पलायन न करे, यहीं काम करे और यहीं तरक्की करे।”

छठी मइया का अपमान करने वालों को जनता देगी जवाब

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने छठ महापर्व और बिहार की संस्कृति पर विशेष रूप से चर्चा की। उन्होंने कहा, “छठ बिहार और भारत की आत्मा है। यह आस्था, ममता और समरसता का पर्व है। लेकिन कांग्रेस और राजद के नेता इसे ‘ड्रामा’ और ‘नौटंकी’ कहकर अपमान कर रहे हैं। क्या केवल वोट पाने के लिए कोई छठी मइया का अपमान कर सकता है?”

उन्होंने आगे कहा, “बिहार, हिंदुस्तान और वो माताएँ जो निर्जला व्रत करती हैं, क्या ये अपमान सहेंगी? जनता इन्हें कभी माफ नहीं करेगी।”

प्रधानमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार ने छठ महापर्व को यूनेस्को की सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल कराने के प्रयास शुरू किए हैं। “जिस दिन छठ का नाम विश्व स्तर पर आएगा, हर बिहारी का सिर गर्व से ऊँचा होगा।”

राजद-कांग्रेस के चुनावी नारों और युवराजों पर निशाना

पीएम मोदी ने राजद-कांग्रेस के चुनावी गीतों और प्रचार शैली को “खतरनाक मानसिकता” का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “हम सेवा और विकास के गीत लेकर आते हैं, जबकि इनके गीतों में ‘छुरा, कट्टा, दूनाली’ जैसे शब्द गूंजते हैं। ये सोच बिहार की बहन-बेटियों का अपमान है।”

उन्होंने आगे कहा, “आज चुनावी मैदान में दो ‘युवराज’ उतरे हैं — एक भारत के सबसे भ्रष्ट परिवार का युवराज और दूसरा बिहार के सबसे भ्रष्ट परिवार का युवराज। दोनों ही हजारों करोड़ के घोटालों में फंसे हैं। ये नामदार लोग समझते हैं कि कामदार को गालियाँ देना उनका हक है। लेकिन बिहार की जनता सब समझती है।”

बिहार विकास की राह पर : सुशासन का उदाहरण

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “राजद-कांग्रेस का इतिहास जमीन कब्जाने, बिजली छीनने और रेल को लूटने का रहा है। वे विकास की बात कैसे करेंगे? लेकिन आज बिहार में बिजली, सड़क, शिक्षा और उद्योग का विस्तार हुआ है। जहाँ कभी अंधकार था, वहाँ अब उजाला है।”

उन्होंने कहा, “बिहार में जीएसटी बचत उत्सव मनाया जा रहा है। पिछले साल जहाँ 50 हजार मोटरबाइक बिकी थीं, इस साल डेढ़ लाख बिकी हैं। यह जनता के विश्वास और समृद्धि का प्रमाण है।”  उन्होंने भरोसा जताया कि “फिर एक बार बिहार में राजग की सरकार बनेगी। बिहार का भविष्य उज्जवल है, और हम सब मिलकर विकसित भारत के निर्माण में इसकी गौरवशाली भूमिका तय करेंगे।”