इंफाल, 1 अगस्त । मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार शांति बहाली के लिए कठिन परिश्रम कर रही है। मुख्यमंत्री गुरुवार को मणिपुर विधानसभा के अधिवेशन के दौरान सदन में विपक्षी सदस्यों के प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मणिपुर के विभिन्न गुटों के साथ शांति वार्ता का आधार तैयार किया जा चुका है। इस सिलसिले में असम के सिलचर में कई बैठकें की जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम विधायकों और अन्य सदस्यों की सहायता से शांति वार्ता के लिए बहुत प्रयास कर रहे हैं। सिलचर में कई बैठकें हुई हैं। हम जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे।”
उन्होंने जारी हिंसा को अप्रत्याशित करार देते हुए कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था की गंभीर स्थिति के सिलसिले में गिरफ्तारी तथा अन्य सख्त कदम उठाने के नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ मुद्दों का राजनीतिकरण किया जा रहा है, जिससे स्थिति जटिल हो रही है।
उन्होंने कहा, “कुछ तत्व ऐसे हैं, जो कुछ मुद्दों का राजनीतिकरण कर रहे हैं, जिन्हें अभी तुरंत नहीं संभाला जा सकता। मैं सभी से ऐसी गतिविधियों में शामिल न होने की अपील करता हूं।”
कांग्रेस विधायक रंजीत सिंह द्वारा 38 हजार से अधिक जवानों की राज्य में मौजूदगी के बावजूद हिंसा जारी रहने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा जांच की जा रही है। जांच के निष्कर्षों से पता चलेगा कि हिंसा किन खामियों की वजह से हो रही है। जांच के निष्कर्षों के आधार पर जिम्मेदारियां तय की जाएंगी।”
कांग्रेस विधायक सूरजकुमार ओकराम के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “अब तक हिंसा में 226 लोग मारे जा चुके हैं। भीड़ जैसी स्थिति के कारण कुछ मामलों में दोषियों को गिरफ्तार करने में देरी हुई है। सुरक्षा बलों को समूहों द्वारा बाधित करने के भी अनेक मामले सामने आए हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की स्थिति को बातचीत के जरिए ही संभाला जा सकता है। सरकार सभी पक्षों के साथ बातचीत कर रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम आएंगे।