कोलकाता, 1 जून।

हिंदी पत्रकारिता की दो शताब्दियों की ऐतिहासिक यात्रा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, रविवार को कोलकाता के भारतीय भाषा परिषद सभागार में एक भव्य पत्रकार सम्मान समारोह एवं राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल हिंदी पत्रकारिता के प्रति सम्मान और कृतज्ञता प्रकट करने का माध्यम बना, बल्कि देशभर के साहित्यप्रेमियों को एकजुट करने वाला एक यादगार साहित्यिक मिलन भी सिद्ध हुआ।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध उद्योगपति जगदीश प्रसाद गोयल ने की।

मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित थे गंगेश्वर सिंह, पूर्व पुलिस महानिदेशक (आर्थिक अपराध शाखा, प. बंगाल)।

इसके बाद आरंभ हुआ राष्ट्रीय कवि सम्मेलन, जिसमें देश के विभिन्न कोनों से पधारे सुप्रसिद्ध कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मन मोह लिया। उनकी रचनाओं में सामाजिक सरोकार, हास्य-व्यंग्य, राष्ट्रप्रेम, और मानवीय भावनाओं की अनुगूंज स्पष्ट रूप से दिखाई दी।

आमंत्रित कवियों की हास्य-व्यंग्य से भरपूर रचनाओं ने खूब तालियां बटोरीं, विभा शुक्ला (वाराणसी) – भावप्रवण काव्य पाठ से सभागार को भावविभोर कर दिया जयकुमार ‘रुसवा’ (कोलकाता) – कोलकाता की धरती से साहित्यिक प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी पहचान छोड़ी l

इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य हिंदी पत्रकारिता के गौरवशाली 200 वर्षों को स्मरण करते हुए पत्रकारों को सम्मानित करना और हिंदी साहित्य को नई ऊर्जा प्रदान करना था। यह मंच पत्रकारिता और कविता — दोनों विधाओं के प्रति आदर और समर्थन का प्रतीक बना।