चैतन्‍य देवियां

हावड़ा, 30 सितंबर।  प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की हावड़ा शिवपुर शाखा में प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी चैतन्य देवियों का भव्य आयोजन दिव्यता और पवित्रता के अद्भुत संगम के रूप में सम्पन्न हुआ।

इस अद्वितीय झाँकी की विशेषता यह रही कि यहाँ मिट्टी की मूर्तियाँ या जड़ प्रतिमाएँ नहीं थीं, बल्कि ब्रह्माकुमारी बहनें स्वयं ध्यानस्थ होकर देवी स्वरूप में विराजमान रहीं। उनके शांत, एकाग्र और दिव्य व्यक्तित्व से वातावरण में अलौकिक ऊर्जा का संचार हुआ। दर्शकों ने अनुभव किया मानो वे किसी सूक्ष्म और दिव्य लोक में प्रवेश कर गए हों। नयन-चिन्तन प्रभु स्मृति से ओतप्रोत थे और साधना-तपस्या की छटा वहाँ उपस्थित प्रत्येक जन को स्पंदित कर रही थी।

इस अवसर पर बताया गया कि विश्वविद्यालय की प्रत्येक शाखा में राजयोग ध्यान के माध्यम से आत्म-शक्ति को जाग्रत करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। यह साधना व्यक्ति को नकारात्मक विचारों से उबारकर आत्मविश्वास, शांति और स्थिरता की ओर ले जाती है। नियमित अभ्यास से

यह आयोजन आत्मजागरण, आंतरिक शक्ति और विश्व-कल्याण का दिव्य संकल्प बनकर उपस्थित जनसमूह के हृदय में अमिट छाप छोड़ गया।