बीकानेर, 25 दिसंबर।
बीकानेर बार एशोसिएशन के तत्वाधान में स्थानीय बार रूम में चौबीसवीं स्व. गोपाल आचार्य स्मृति अधिवक्ता शतरंज प्रतियोगिता प्रारम्भ हुई। जिसमें मंगलवार को प्रथम चक के बाद सभी वरीयता प्राप्त खिलाडियों ने अपने अपने मैच जीते।
प्रतियोगिता के प्रथम चक्र में बजरंग लाल प्रजापत (1) ने अमजद खान (0) को, प्रहलाद जाखड (1) ने राकेश गौड (0) को, वायोवृद्ध धनेसिंह राठौड (1) ने ओमप्रकाश शर्मा (0) को, योगेश गोपाल पुरोहित (1) ने राजीव नारायण जोशी (0) को, प्रतियोगिता के युवा अधिवक्ता अम्बरीश खत्री (1) ने अनुभवी विजयपाल सिंह (0) को, बलविन्द्र कुमार बिश्नोई (1) ने अनिल पंवार (0) को, महेश मोंगा (1) ने बृजरतन व्यास (0) को, श्रीनारायण छींपा (1) ने धीरेन्द्र भदौरिया (0) को, अरूण कुमार पुरोहित (1) ने मदनलाल बारूपाल (0) को, सुनील स्वामी (1) ने मनोहर लाल ज्याणी (0) को हराते हुए अपने अपने मैच जीत कर प्रतियोगिता में विजय अभियान प्रारम्भ किया।
इससे पूर्व जिला एंव सत्र न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सेना एंव स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष महेश शर्मा ने स्व. श्रीगोपाल आचार्य एडवोकेट को पुष्पांजली अर्पित की तथा बीकानेर बार के वरिष्ठ अधिवक्ता धनेसिंह राठौड के साथ मोहरा चल कर प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया।
कार्यक्रम के दौरान जिला एंव सत्र न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सेना ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि भारत का डी. गुकेश विश्व चैम्पियन बना है यह प्रत्येक हिन्दुस्तानी के लिए गर्व की बात है। सभी को इसकी बधाई है। मै पिछले 27 वर्षों से बार में खेली जा रही इस प्रतियोगिता में जब भी अवसर मिला उपस्थित रहा हूं और दिमाग के इस खेल में बार के अधिवक्ताओं खेलते देखना एक प्रेरणा से कम नहीं है। इसी अवसर पर स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि शतरंज एक ऐसा खेल है जिससे हम बच्चों की मोबाईल की लत छुडवा सकते है और इसमें अधिवक्ता समाज में बडी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। शर्मा ने इस अवसर पर शतरंज के इतिहास, गत कुछ वर्षो में राजस्थान में शतरंज की गतिविधियों और भारत के द्वारा ओलम्पियाड व विश्व शतरंज चैम्पियनशीप के प्रदर्शन के बार में बताया। इसके बाद अजय कुमार पुरोहित ने स्व. श्रीगोपाल आचार्य के साथ बिताये अपने स्मरणों को उपस्थित अधिवक्ताओं के साथ साझा किया। इस अवसर पर काफी संख्या में बीकानेर के अनेक जाने माने अधिवक्ता उपस्थित थे। बार के अध्यक्ष विवेक शर्मा ने मुख्य अतिथि का माल्यार्पण कर स्वागत किया तथा प्रतियोगिता के आर्बीटर के अनुसार शनिवार के चक्र सुबह 11.00 बजे से तीन चक्र खेले जायेगें।
योगेश गोपाल पुरोहित ने चार अकों के साथ एकल बढत बनाई
प्रतियोगिता में चौथे चक्र के बाद युवा खिला़डी योगेश गोपाल पुरोहित (4) ने बजरंग लाल प्रजापत (3) को आसानी से हराते हुए प्रतियोगिता में एकल बढत बनाई।
बुधवार को चौथे चक्र में वयोवृद्ध अधिवक्ता मनोहर लाल ज्याणी (3) ने धनेसिंह राठौड (2) के साथ खेलते हुए आकर्षक की बाजी में आरम्भिक चालों में एक पैदल की बढत बना ली लेकिन धनेसिंह राठौड ने अनुभवी चालें चल कर एक मोहरा मार लिया लेकिन मैच के दबाव में एक भयंकर गलती के कारण अपना अंक गवाना पडा।
अन्य मुकाबलों में प्रेमरतन छींपा (3.5) ने दाऊलाल (2.5) को, श्रीनारायण छींपा (3.5) ने आकर्षक बाजी में महेश मोंगा (2.5) को, नवतरन तवंर (3) ने अनिल कुमार पंवार (2)को, धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने (3) ने मनीष गौड (2), सुनील स्वामी (3) ने राजीव नारायण जोशी (2) को, राकेश गौड (2) ने बृजरतन व्यास (1) को, अरूण कुमार पुरोहित (2) ने ओमप्रकाश शर्मा (1) को, राजेन्द्र सिंह शिमला (2) ने अमजद खान (1) को, हरीश व्यास (1) ने महेश बाना को हराया तथा सियानन्नद शाह ने भी (2) हासिल किये।
इस प्रतियोगिता में 80 वर्ष से अधिक कई अधिवक्ता भाग ले रहे है। नब्बे वर्ष से अधिक धन्नेसिंह राठौड का उत्साह प्रतियोगिता का देखते ही बनता है वहीं बृजरतन व्यास, दाऊलाल हर्ष, मनोहर लाल ज्याणी, गुलाब सिंह जैसे वायोवृद्ध अनुभवी अधिवक्ताओं का कोर्ट के बाहर शतंरज के बोर्ड पर देखने के लिए दर्शकों की भीड दिनभर बनी रही। प्रतियोगिता के निर्णायक शैलेष गुप्ता ने बताया कि कल प्रतियोगिता के अन्तीम चक्र खेले जायेगें।