नई दिल्ली, 28 जुलाई । लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में कांग्रेस सदस्य दीपेंद्र सिंह हुडा ने भी भाग लिया। हुड्डा ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा पाकिस्तान को फोन करके आतंकी ठिकानों पर हमला करने की जानकारी देने को सबसे बड़ी गलती बताया। उन्होंने कहा कि ऐसा करके सरकार ने पाकिस्तान की सरकार, सेना और आतंकियों के बीच अंतर किया जबकि देश का हर आदमी पाकिस्तान की सरकार, सेना और आतंकियों को एक ही मानता है।

कांग्रेस सदस्य हुड्डा ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक्स पोस्ट के बाद सीजफायर की बात प्रकाश में आने पर सवाल उठाते हुए इसे देश के लिए शर्मिंदगी भरा बताया और प्रधानमंत्री मोदी से इसका जवाब मांगा। उन्होंने सरकार से पूछा कि सरकार बार-बार कहती है कि कई देशों ने इस हमले की निंदा की लेकिन क्या सरकार यह बताएगी कि कितने देशों ने निंदा करते हुए यह कहा कि पाकिस्तान इसके पीछे है?

उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के समय सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के शामिल न होने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार ने दुनियाभर में देश को एकजुट दिखाने का मौका गंवा दिया। अगर उन दिनों प्रधानमंत्री मोदी व्यस्त थे तो सर्वदलीय बैठक के दिन बदले जा सकते थे। अगर दिन में समय नहीं था तो रात के 12 बजे भी सर्वदलीय बैठक रखी जाती तो सारे प्रतिनिधि वहां उपस्थित होते। दुनिया में भारत के लोकतंत्र का शक्ति प्रदर्शन होता कि पूरा देश एकजुट है, लेकिन प्रधानमंत्री ने वह मौका गंवा दिया।