
एनडीए घटक दलों के साथ साझा रणनीति पर भी बनी सहमति
भाजपा मैदान में पूरी ताकत से उतरेगी
रांची, 08 अक्टूबर। झारखंड के घाटशिला विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी ने चार संभावित उम्मीदवारों के नामों की सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी है , इनमें बाबूलाल सोरेन का नाम सबसे आगे माना जा रहा है।
भाजपा की ओर से भेजी गई सूची में बाबूलाल सोरेन के अलावा लखन मार्डी, सुनीता देवदूत सोरेन और रमेश हांसदा के नाम भी शामिल हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अंतिम निर्णय दिल्ली में होने वाली भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में लिया जाएगा।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, बाबूलाल सोरेन का नाम सबसे आगे है। वे पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र हैं, जो कुछ वर्ष पहले भाजपा में शामिल हुए थे और इस क्षेत्र से चुनाव भी लड़ चुके हैं।
2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बाबूलाल सोरेन पर भरोसा जताया था, हालांकि वे उस समय लगभग 22 हजार मतों से हार गए थे।
चंपाई सोरेन ने इसके बाद सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी।
प्रदेश संगठन के अनुसार, इस बार पार्टी ने स्थानीय सर्वे, संगठन की अनुशंसा और पंचायत प्रतिनिधियों की राय के आधार पर उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं।
लखन मार्डी ने 2019 में भाजपा के टिकट पर घाटशिला से चुनाव लड़ा था और संगठन में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
सुनीता देवदूत सोरेन पार्टी की एक सक्रिय महिला नेता हैं और आदिवासी समाज में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।
वहीं रमेश हांसदा भाजपा संगठन में लंबे समय से कार्यरत हैं और स्थानीय स्तर पर लोकप्रिय चेहरे के रूप में जाने जाते हैं।
एनडीए के भीतर एकजुटता पर जोर
भाजपा ने स्पष्ट किया है कि घाटशिला उपचुनाव में एनडीए के सभी घटक दल एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे।
मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित एनडीए की बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी अध्यक्ष आदित्य साहू, आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद खीरू महतो, लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र प्रधान और विधायक जनार्दन पासवान शामिल हुए थे।
बैठक में तय किया गया कि भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में साझा प्रचार अभियान चलाया जाएगा और चुनाव को राज्य सरकार की विफलताओं, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के मुद्दों पर केंद्रित किया जाएगा।
भाजपा के लिए उपचुनाव जनादेश का सेमीफाइनल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा इस उपचुनाव को 2026 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल मानकर चल रही है।
पार्टी संगठन ने बूथ स्तर तक प्रचार योजना तैयार कर ली है और एनडीए घटक दलों को संयुक्त सभाओं और जनसंपर्क अभियानों में शामिल करने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि घाटशिला उपचुनाव न केवल संगठन की परीक्षा है बल्कि राज्य की मौजूदा राजनीतिक दिशा को भी तय करेगा।
पार्टी को उम्मीद है कि इस बार जनता हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ वोट देकर राजग को मजबूत जनादेश देगी।






