रांची, 11 जून। झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बुधवार को कहा है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की संख्या 1200 के अंदर रहनी चाहिए, ताकि मतदान के समय क्यू–मैनेजमेंट और वोटिंग की स्पीड बढ़ाई जा सके। मतदाताओं की सुविधा के लिए राज्य में विभिन्न मतदान केंद्रों की सीमाओं को जियो फेंसिंग के माध्यम से चिन्हित एवं ऑनलाइन किया जा रहा है। इससे बीएलओ को अपने क्षेत्र के मतदाताओं एवं उनके घरों तक पहुंचने में आसानी होगी। इस प्रक्रिया के सम्पन्न होने के बाद सभी बीएलओ के अपने-अपने क्षेत्र निर्धारित होंगे और ऑनलाइन ऐप के माध्यम से मतदाता अपने लोकेशन से ही अपने मतदान केंद्र, उसका लोकेशन एवं अपने बीएलओ को जान पाएंगे।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बुधवार को राज्य के विभिन्न जिलों के मतदान से संबंधित अधिकारियों को मतदान केंद्रों के मैप एवं जियो फेंसिंग की ट्रेनिंग के दौरान संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि 11 से 13 जून तक चलने वाले इस ट्रेनिंग सत्र में भाग ले रहे सभी प्रतिभागियों को मतदान केंद्रों के मैप एवं जियो फेंसिंग के बारे में पुडुचेरी, भारतीय जनगणना कार्यालय एवं आईटी के विशेषज्ञों के अनुभवों को संकलित कर बनाए गए प्रशिक्षण मॉड्यूल से विस्तृत रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है।

प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को मतदान केंद्रों के मैप एवं जियो फेंसिंग के बारे में पीपीटी के माध्यम से जानकारी दी जा रही है।धुर्वा सेक्टर के क्षेत्रों का भ्रमण कराते हुए नजरी-नक्शा तैयार करने एवं मैप के की-पॉइंट्स को अंकित करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद प्रतिभागियों के विभिन्न टीमों द्वारा इसे अलग-अलग प्रैक्टिकल के तौर पर तैयार कराया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान सभी प्रतिभागियों का मूल्यांकन भी होगा, कम अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुनः ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के पदाधिकारी एवं कर्मी, विभिन्न जिलों से आए उप निर्वाचन पदाधिकारी एवं संबंधित जिलों के कर्मी उपस्थित रहे।