जयपुर, 23 नवंबर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मांग करते हुए कहा है कि महादेव एप और लाल डायरी मामले में उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच होनी चाहिए।

गहलोत ने गुरुवार को यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान यह मांग की। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए यह साजिश रची है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से ये लोग साजिशें करते हैं, हाल में छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप का मामला सामने आया था और इन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चार दिन पहले ही गिरफ्तार करने की साजिश रची थी, लेकिन पर्दाफाश हो गया। उन्होंने कहा कि कहा जाने लगा कि छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री को 508 करोड़ रुपये दे दिए और बड़ा घोटाला हो गया। पूरा षड़यंत्र रचा गया, लेकिन वह एक्सपोज हो गया और राजस्थान में भी एक्सपोज हो गए।

उन्होंने कहा “मुझे दुख हो रहा है कि ये लोग योजना बनाकर चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री से महादेव ऐप और लाल डायरी की बात करा रहे हैं, जिसके बारे में कोई उचित जांच नहीं है, कुछ भी ठोस बात नहीं है और प्रधानमंत्री इसके बारे में बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बघेल को गिरफ्तार करने की साजिश रची गई और ईडी और आईटी ने राजस्थान में 50 बार छापे मारे, क्या कोई राजनेता या नौकरशाह पकड़े गए। कुछ सामने नहीं आया और बिना वजह परेशान किया जा रहा हैं और पूछताछ के लिए उनके बेटे को भी नोटिस दिया गया। ये लोग ऐसी निम्न स्तर की राजनीति करने पर उतर आये हैं। ये लोग देश को किस तरफ ले जा रहे हैं।

उन्होंने छत्तीसगढ महादेव एप मामले में कहा कि इस मामले में जिस व्यक्ति से जबरदस्ती गवाही ली गई, वह कह रहा है कि इन बातों से उनका कोई संबंध नहीं है। उसका दुरुपयोग किया गया है। उन्होंने कहा कि लेकिन साजिश करके चुनाव नहीं जीता जा सकता हैं।

उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई, आईटी देश की प्रीमियर एजेंसी हैं, इनकी साख बनी रहनी चाहिए। आज नीरव मोदी, मेहुल चौकसी बाहर बैठे हैं, उनके आर्थिक अपराध नहीं दिख रहे। आईटी एजेंसी का उपयोग देश का राजस्व बढ़ाने के लिए होता है लेकिन अब ईडी एवं आईटी का उपयोग देश मे सरकार गिराने और बनाने के लिए किया जा रहा है।

गहलोत ने अपनी कांग्रेस सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा “हमने शानदार कानून बनाए हैं, ऐतिहासिक योजनाएं लाए और लागू की गई हैं। हमारी दस गारंटी हैं जो लागू हो गई है और आगे की सात गारंटिया हैं। उन्होंने कहा कि अगर इनमें कोई कमियां एवं उसके बारे में कुछ बताया जाना चाहिए, लेकिन भाजपा के लोग खाली भडकाने वाले भाषण दे रहे हैं और चुनाव प्रचार में जितने भी ये नेता है वे एक ही भाषा बोलते हैं। ये लोग तनाव की भाषा बोल रहे हैं, यह इनको अधिकार नहीं है जिस तरह लोगों को भड़काने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास इस चुनाव में न तो कोई मुद्दा हैं और न ही कोई प्रचार की कोई रूपरेखा हैं, केवल लोगों को भड़काया गया हैं।

उन्होंने कहा कि हमने दस गारंटियां पूरी की हैं और सात गारंटियों पर हमारा विश्वास हैं, जिसकी घर घर चर्चा हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर नहीं हैं। राजस्थान देश का पहला राज्य हैं जहां किसी प्रकार की कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि इस बार जनता भाजपा को सबक सिखायेगी।