न्यूयॉर्क, 14 अप्रैल । संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को चेतावनी दी कि गाजा में मानवीय स्थिति युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक की सबसे गंभीर अवस्था में पहुंच गई है। विश्व निकाय के अनुसार, बीते डेढ़ महीने से गाजा पट्टी में कोई भी मानवीय सहायता नहीं पहुंची है, जिससे हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मामलों की समन्वय इकाई (ओसीएचए) ने अपने बयान में कहा, “18 महीने पहले जब से संघर्ष शुरू हुआ था, तब से लेकर अब तक की यह सबसे गंभीर मानवीय स्थिति है।” ओसीएचए के अनुसार, गाजा में खाद्य सामग्री, चिकित्सा आपूर्ति और साफ पानी की भारी किल्लत है। अस्पतालों में दवाइयों की कमी के कारण हजारों घायल मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है, वहीं भूख और कुपोषण के कारण बच्चों की स्थिति बेहद चिंताजनक होती जा रही है।

ओसीएचए ने यह भी बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले दो महीने की संघर्षविराम अवधि समाप्त होने के बाद इजराइल ने सहायता सामग्री की आपूर्ति पूरी तरह रोक दी थी। इसके कारण राहत एजेंसियों को गाजा में ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

गंभीर हालात के बीच संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने सभी पक्षों से अपील की है कि मानवीय सहायता को तत्काल बहाल किया जाए और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। संयुक्त राष्ट्र ने यह भी दोहराया कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों के तहत संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में नागरिकों को सहायता पहुंचाना आवश्यक है।

गौरतलब है कि गाजा में जारी संघर्ष ने हजारों लोगों की जान ले ली है और लाखों लोग बेघर हो चुके हैं। मौजूदा हालात में अगर मानवीय सहायता जल्द बहाल नहीं हुई, तो यह संकट और भी गंभीर रूप ले सकता है।