नई दिल्ली, 21 जुलाई । कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने सोमवार को आरोप लगाया है कि सरकार पहलगाम जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर विपक्ष के अनुरोध को लगातार अस्वीकार कर रही है। विपक्ष आज इस मुद्दे पर चर्चा चाहता था लेकिन सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया। उन्होंने पहलगाम हमले के बाद होने वाले इस सत्र के पहले सप्ताह प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा पर भी सवाल खड़े किए।

लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह पहला संसद सत्र है और ऐसे समय में प्रधानमंत्री को संसद और देश को प्राथमिकता देनी चाहिए। एक एक्स पर पोस्ट में गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री को सत्र के पहले दिन ही पहलगाम हमले पर राष्ट्र को संबोधित करना चाहिए था और उनके बयान के बाद संसद में इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए थी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी विदेश यात्राओं के कारण संसद के पहले हफ़्ते में अनुपस्थित रहने का फ़ैसला किया है। इससे भारतीय सैनिकों और शहीदों के परिजनों को क्या संदेश जाएगा?

गोगोई ने कहा कि सरकार ने आज की कार्य सूची और कार्य मंत्रणा समिति के एजेंडे से पहलगाम हमले को पूरी तरह हटा दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि जब पूरा देश जानना चाहता है कि यह हमला कैसे हुआ, तब संसद के सत्र के दौरान प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा क्यों तय की?