भोजन और चिकित्‍सा सेवा के साथ ही होगा जन जागरण का काम भी

ओंकार समाचार

कोलकाता, 10 जनवरी। गंगा यमुना और सरस्‍वती के महासंगम प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुम्‍भ मेले का आयोजन होने जा रहा है। देश भर से लाखों लोग इस इस मेले में हिस्‍सा लेने आएंगे। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सहायता और सेवा के लिए सरकार और अनेकानेक स्‍वयं सेवी संगठन मेला स्‍थल पर सेवा शिविर लगा रहे हैं। गंगामिशन की ओर से भी मेले में बहुउद्देश्‍यीय सेवा शिविर का आयोजन किया जाएगा।

गंगामिशन के राष्‍ट्रीय महासचिव प्रह्लादराय गोयनका का मानना है कि भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और सामाजिक एकता का प्रतीक महाकुंभ ऐसा धार्मिक पर्व है जो नर सेवा नारायण सेवा और वसुधैव कुटुम्‍बकम के सूत्र को चरितार्थ करता है। इसी के साथ ही महाकुम्‍भ श्रद्धालुओं की सेवा करने तथा मॉं गंगा और हमारी अन्‍य पवित्र नदियों तथा पर्यावरण के प्रति समाज में जागरुकता फैलाने का बहुत अच्‍छा अवसर भी है। इसे ध्‍यान में रखते हुए महाकुम्‍भ के अवसर पर प्रयाग राज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक बहुउद्देश्‍यीय सेवा शिविर लगाया जाएगा। शिविर में यात्रियों के भोजन की निशुल्‍क भोजन की व्‍यवस्‍था की जाएगी। मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी के सहयोग से चिकित्‍सा सेवा की व्‍यवस्‍था भी की जाएगी। शिविर के दौरान यात्रियों को गंगा एवं हमारी अन्‍य नदियों तथा जल स्रोतों की महत्‍ता और पर्यावरण के बारे में जानकारी  दी जाएगी।

गोयनका ने बताया कि यह शिविर भारत सेवाश्रम संघ की ओर से रामानंद मार्ग डी ब्‍लॉक में लगाए जाने वाले शिविर में लगाया जाएगा।

गोयनका ने बताया कि शिविर में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं उपलब्‍ध करवाने के लिए चिकित्‍सकों का एक दल प्रयागराज भेजा जाएगा जो चौबीसों घंटे श्रद्धालुओं की सेवा के लिए तत्‍पर रहेगा। दो चिकित्‍सक, एक स्‍त्री रोग विशेषज्ञ तथा नर्सिंग स्‍टाफ तैनात किए जाएंगे। मरीजों की स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी जांचे व इलाज निशुल्‍क किया जाएगा। दवाएं निशुल्‍क प्रदान की जाएगी। शिविर में निशुल्‍क डायलेसिस की व्‍यवस्‍था भी की जा रही है।

गोयनका ने बताया कि गंगा मिशन पिछले डेढ दशक से गंगा को निर्मल और अविरल बनाने, गंगा के तटीय इलाकों को प्रदूषण मुक्‍त करने और आमजन में जागरुकता फैलाने के लिए प्रयासरत हैं। अपने इन्‍हीं प्रयासों के तहत गंगामिशन की ओर से समय समय पर कार्यशालाएं, सम्मेलन आदि का आयोजन किया जाता है।

अपने डेढ दशक के सफर में गंगा मिशन ने बंगाल, बिहार,झारखंड के गंगा तटीय इलाकों एवं उड़ीसा में 11 लाखा से अधिक पौधे लगाए हैं। जैव विविधता के संरक्षण और संवर्धन के लिए 10 हजार घोसलों का वितरण किया है। कई तालाबों का पुनुरुद्धार किया, तालाबों नदियों की शुद्धता को बरकरार रखने के लिए लाखों मछलियां छोड़ी। 10 हजार वाटर फिल्‍टर लगाए, एवं विभिन्‍न स्‍थानों पर 300 वाटर कूलर स्‍थापित किए है। गंगामिशन की ओर से प्रति सप्‍ताह चिकित्‍सा शिविर का आयोजन किया जाता है। अब तक एक लाख लोग इन चिकित्‍सा शिविरों से लाभान्वित हो चुके है।

गोयनका ने कहा कि शिविर के दौरान मिशन के कार्यकर्ताओं का प्रयास रहेगा कि वे ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को गंगा एवं हमारी अन्‍य नदियों, जलस्रोतों और की महत्‍ता और पर्यावरण के विभिन्‍न पहलुओं  से अवगत कराए। गोयनका ने उम्‍मीद जताई कि यह महाकुम्‍भ हमारी गंगा एवं हमारी अन्‍य नदियों के संरक्षण की दिशा में जनता में जागृति लाने में सफल होगा।

शिविर स्थल पर जाने के लिए यहां क्लिक करें

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