नई दिल्ली, 11 जून। बाथरूम एक्सेसरीज बनाने वाली कंपनी गंगा बाथ फिटिंग्स के शेयरों की आज एनएसई के एसएमई सेगमेंट पर जबरदस्त एंट्री हुई। हालांकि लिस्टिंग के थोड़ी देर बाद ही बिकवाली का दबाव बन गया, जिसके कारण आईपीओ निवेशकों की खुशी फीकी पड़ गई। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 49 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई सेगमेंट पर इसकी एंट्री 20.41 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 59 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के तुरंत बाद मुनाफा वसूली शुरू हो गई, जिससे ये शेयर टूट कर 56.05 रुपये के लोअर सर्किट लेवल पर आ गया। हालांकि लोअर सर्किट लगने के बावजूद कंपनी के आईपीओ निवेशक अभी भी 14.39 प्रतिशत के फायदे में हैं।

गंगा बाथ फिटिंग्स का 32.65 करोड़ रुपये का आईपीओ 4 से 6 जून के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से मामूली रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.64 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 2.22 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 0.73 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 2.55 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 66.63 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी नए इक्विपमेंट खरीदने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 21 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 31 लाख रुपये और 2023-24 में 2.48 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 19 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 32.01 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की बात करें तो अप्रैल से दिसंबर 2024 के बीच कंपनी को 4.53 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हो चुका था। इसी तरह इस अवधि में कंपनी 32.31 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल कर चुकी थी।