हजारीबाग, 2 अगस्त । हजारीबाग पुलिस ने डंकी रूट  से अवैध रूप से लोगों को अमेरिका भेजने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के मास्टर माइंड उदय कुमार कुशवाहा समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

उदय मूल रूप से हजारीबाग जिले के टाटीझरिया का रहने वाला है। वह पिछले 45 वर्षों से अमेरिका में रह रहा था और वहां व्यवसाय करता था। उसके पास से अमेरिका की नागरिकता और ओवरसीज सिटीजनशिप कार्ड भी है। इस मामले का खुलासा सोनू कुमार नामक युवक की शिकायत से हुआ। सोनू को अमेरिका में अवैध रूप से रहने के आरोप में डिपोर्ट किया गया था। जांच में पता चला कि उदय कुमार लोगों को नौकरी का झांसा देकर डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजता था। इसके बदले वह लाखों रुपए वसूलता था।

उदय ने अब तक इस गिरोह ने 12 लोगों को अमेरिका भेजा है। इस संबंध में एसपी अंजनी अंजन ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि उदय के अलावा उसके चार सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इनमें दर्शन प्रसाद, लालमोहन प्रसाद, चौहान प्रसाद और शंकर प्रसाद शामिल हैं।

गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी जारी है। पुलिस के अनुसार, सोनू कुमार को उदय के रिश्तेदारों के साथ दिल्ली से ब्राजील भेजा गया। वहां से उन्हें पेरू, कोलंबिया, पनामा होते हुए ग्वाटेमाला लाया गया। इस दौरान उन्हें माफिया के कब्जे में 50 दिन रखा गया। वहां उन्हें केवल एक वक्त का भोजन मिलता था और कंटेनर में छुपा कर रखा गया था। उदय ने सोनू के पिता से उसकी रिहाई के लिए 45 लाख रुपए की मांग की। परिजनों ने यह राशि चुका भी दी। इसके बावजूद अमेरिका बॉर्डर पर सोनू को गिरफ्तार कर डिटेंशन सेंटर में रखा गया। चार महीने बाद उसे भारत डिपोर्ट किया गया। भारत लौटने के बाद सोनू ने हजारीबाग पुलिस को लिखित शिकायत दी। इसके बाद इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ।