मेदिनीपुर, 16 जनवरी । मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज में दस जनवरी को ही सलाइन में फंगस के कारण एक प्रसूता की मौत एवं पांच प्रसूताएं गंभीर रूप से बीमार होने का आरोप लगा था। इसके बाद गुरूवार को सलाईन में फंगस मिलने के बाद मरीज के परिजनों ने बोतल के साथ विरोध प्रदर्शन किया।

परिजनों का दावा है कि उचित मूल्य वाली दवा की दुकान से खरीदे गए सलाइन में फंगस पाया गया। गुरुवार को हुई इस घटना को लेकर अस्पताल परिसर में तनाव फैल गया। इस मामले में खबर लिखे जाने तक अस्पताल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।

उल्लेखनीय है कि पिछले शुक्रवार को फंगल-दूषित सलाइन के इस्तेमाल से एक प्रसूता की मौत के बाद से मरीज के परिजनों को मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज के बाहर से सलाइन खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। गुरुवार को डॉक्टर ने एक मरीज के रिश्तेदार से छह अलग-अलग प्रकार की सलाइन खरीदने को कहा। उनमें से दो रिंगर लैक्टेट सलाइन थे। मरीज के रिश्तेदार सलाइन खरीदने के लिए अस्पताल परिसर के अंदर स्थित उचित मूल्य वाली दवा की दुकान पर गए। वहां से उन्होंने पर्चे के अनुसार दवा खरीदी और वार्ड में दे दी। कथित तौर पर, वार्ड में एक मरीज को रिंगर लैक्टेट सलाइन देते समय नर्स ने बोतल में कुछ तैरता हुआ देखा। उन्होंने तुरंत मरीज के परिजनों को इसकी सूचना दी। इसके तुरंत बाद मरीज के परिजनों ने हाथों में सलाइन की बोतलें लेकर बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया।

मरीज के परिजनों के अनुसार, अस्पताल की उचित मूल्य की दुकान से खरीदा गया सलाइन भी फंगस से दूषित हो रहा है। यदि हमने यह सलाइन दे दी होती तो हमारे मरीज़ का भी वही हश्र हो सकता था जो मामोनी रुइदास का हुआ। हम इसके लिए न्याय चाहते हैं। आप इस तरह लोगों की जिंदगी से नहीं खेल सकते।