शिमला, 07 अक्टूबर। क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश सहित पंजाब व चंडीगढ़ में 35 स्थानों पर दबिश दी। इस दौरान विशेष जांच की ओर से मामले में कांगड़ा, मंडी, ऊना, चंबा, हमीरपुर, बिलासपुर, शिमला और बद्दी में स्थित आरोपियों व संदिग्धों के आवासीय परिसरों में तलाशी ली गई।
इसके अलावा पंजाब और चंडीगढ़ में भी तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान एसआईटी के हाथ मामले से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ लगे हैं। एसआईटी ने दस्तावेज, संपत्ति रिकॉर्ड सहित मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों को जब्त किया है। कुछ वाहनों को भी जब्त किया गया है। ठगी मामले में आय से संबंधित विभिन्न विवरण प्राप्त किए हैं। यह जानकारी हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक कार्यालय की ओर से दी गई है।
एसआईटी के अनुसार तलाशी के दौरान एकत्र किए गए सबूत क्रिप्टो मुद्रा घोटाले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। हालांकि, अभी भी मामले में मुख्य सरगना फरार है। एसआईटी की ओर से अभी भी तलाशी अभियान जारी है। हिमाचल पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और उन योजनाओं में निवेश करने से बचें जो कम अवधि में असामान्य रूप से उच्च रिटर्न का वादा करती हैं। वित्तीय सुरक्षा और निवेश को हमेशा सावधानी और उचित परिश्रम से किया जाना चाहिए। वैध और विनियमित तरीकों से निवेश करके अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें।
वहीं, क्रिप्टो करेंसी मामले में प्रदेश के हमीरपुर जिले के नादौन क्षेत्र में भी हड़कंप मच गया है। मामले में पंजाब पुलिस की ओर से जीरकपुर में पकड़े गए कुठियाना गांव निवासी एक व्यक्ति के घर पर नादौन पुलिस ने शनिवार सुबह दबिश दी। घर में तलाशी के दौरान पांच डायरी, डॉलर, दिरहम के तीन नोट तथा थाईलैंड मुद्रा के पांच नोट बरामद हुए हैं। इसके अलावा कुछ अन्य दस्तावेज भी पुलिस ने बरामद किए हैं।
गत चार सितंबर को पंजाब पुलिस ने जीरकपुर में दबिश देकर उक्त व्यक्ति व उसके दो अन्य साथियों को हिरासत में लिया था। इन तीनों से पूछताछ में पता चला है कि ठगी के तार हिमाचल से भी जुड़े हैं।
वर्ष 2019 से चल रही इस ठगी के शिकार कई पुलिस अधिकारी, कर्मचारी, नेता व अन्य लोग हुए हैं। नादौन क्षेत्र में भी लोगों के करोड़ों रुपये डूबने की आशंका है। बटरान, नोहंगी, धनेटा क्षेत्र के कई भाजपा व कांग्रेस नेता भी ठगी का शिकार हुए हैं। कुछ लोगों ने तो 50 लाख रुपये तक की राशि इसमें लगाई है। अब आशंका है कि रुपये डबल तो नहीं हुए, बल्कि जो लगाए थे वे भी डूब गए हैं। पुलिस अब इसमें गहन छानबीन कर रही है। क्षेत्र के कुछ लोग पुलिस के रडार पर है। पुलिस अधीक्षक डॉ. आकृति शर्मा ने कहा कि मामले में छानबीन की जा रही है।