जोधपुर, 03 जनवरी। पुलिस आयुक्तालय जोधपुर में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के शारीरिक दक्षता जांच में आए एक युवक ने फर्जीवाड़ा करते हुए अपने साथी को दौड़ा दिया। रिडिंग की जांच में यह फर्जीवाड़ा सामने आया। युवक ने परीक्षा पास कर ली थी। अब उसके खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज हुआ है। जिसमें जांच की जा रही है। मामला मंडोर थाने मेे दर्ज हुआ है।

पुलिस मुख्यालय के आदेश पर जोधपुर आयुक्तालय में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन के तहत शारीरिक दक्षता और माप तोल 27 व 28 दिसम्बर को किया गया था। 28 दिसम्बर को इसका आयोजन बीएसएफ टे्रनिंग सेंटर पर चल रहा था। तब वहां पर दो अभ्यर्थी अलवर के अमाला रेनी निवासी गौरव मीणा और सवाई माधोपुर के हीरपुर गंगापुर निवासी बलराम मीणा भी आए थे। यहां पर दौड़ में अभ्यार्थियों को चेस्ट नंबर और चिप का आवंटन हो रखा था। चिपों को उनके पैरों पर बांध गया था। गौरव मीणा पांच किलोमीटर दौड़ के लिए चिप में आई रिडिंग से पता लगा कि वह पहली चिप में 10 राउण्ड चक्कर पूरे कर चुका है मगर दूसरी चिप में 12 राउण्ड का पता लगा। रिडिंग में गड़बड़ी का पता तब लगा जब हैदराबाद की टाइमिंग टैक्रालॉजी प्राइवेट लिमिटेड में इसकी जांच हुई।

गौरव मीणा द्वारा पुलिस कांस्टेबल शारीरिक दक्षता एवं मापतोल में परीक्षा को पास कर लिया गया था। मगर जब रिडिंग में पता लगा कि फर्जीवाड़ा हुआ तो इसका खुलासा हो पाया। उसने अपने साथी बलराम मीणा को दौड़ में चिप के सहारा दौड़ाया। गौरव को चेस्ट संख्या 3023 और बलराम मीणा को चेस्ट संख्या 3021 का आवंटन हो रखा था। चिप रिडिंग से गौरव मीणा द्वारा किए फर्जीवाड़े मं इसका खुलासा हुआ कि उसने परीक्षा को पास किया है। अब मंडोर थाने में डांगियावास थानाधिकारी मनोज कुमार की तरफ से केसदर्ज करवाया गया है।