कोलकाता, 24 जून । नदिया जिले के कालीगंज में बम विस्फोट में एक नाबालिग बच्ची की मौत मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। कृष्णनगर पुलिस जिले की ओर से मंगलवार सुबह सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस गिरफ्तारी की जानकारी दी गई। पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच जारी रहेगी और आरोपितों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

गिरफ्तार किए गए आरोपितों के नाम आदर शेख, मानोवर शेख, कालू शेख और अनवर शेख हैं। इन चारों के खिलाफ कई धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है।

यह घटना सोमवार को तब हुई जब कालीगंज विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव की मतगणना चल रही थी। मतगणना के शुरुआती रुझानों से ही साफ हो गया था कि तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार अलिफा अहमद भारी मतों से जीतने जा रही हैं। इसी बीच तृणमूल समर्थकों ने विजय जुलूस निकाला। आरोप है कि इसी जुलूस से सीपीएम समर्थकों के घर की ओर बम फेंका गया। इस दौरान एक ‘सॉकेट बम’ की चपेट में आकर दस वर्षीय तमन्ना खातून की मौत हो गई। वह बड़ी चांदघर पंचायत के मोलांदा गांव की रहने वाली थी और चौथी कक्षा में पढ़ती थी।

तमन्ना की मां सबीना यास्मीन ने कहा, ‘‘मैंने देखा कि बम किसने फेंका। हम सीपीएम समर्थक हैं। नाम भले न जानती होऊं, पर चेहरा पहचानती हूं। सभी तृणमूल से जुड़े हैं।’’ इस घटना के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी ने तृणमूल पर हमला बोलते हुए कहा है कि वह रक्तपात के बिना कभी चुनाव नहीं जीत सकती।

सोमवार शाम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, कालीगंज से विजयी तृणमूल उम्मीदवार अलिफा अहमद ने भी घटना पर शोक व्यक्त करते हुए दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की।

कृष्णनगर के पुलिस अधीक्षक अमरनाथ के ने मंगलवार को बताया कि इस क्षेत्र में वर्ष 2023 से दो गुटों के बीच तनाव चला आ रहा था। संभव है कि इसी गुटीय संघर्ष के चलते यह घटना हुई हो। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पोस्टमॉर्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी तस्वीर सामने आ सकेगी।