कोलकाता, 11 अप्रैल । पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार के पूर्व मंत्री अब्दुर रज्जाक मोल्ला का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 80 वर्ष के थे। दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ स्थित अपने आवास पर सुबह करीब साढ़े 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

परिवार के अनुसार, वे लंबे समय से उम्रजनित बीमारियों से जूझ रहे थे और बीते कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूर भी थे।

अब्दुर रज्जाक मोल्ला ने अपने राजनीतिक जीवन में वाम मोर्चा और तृणमूल कांग्रेस, दोनों ही सरकारों में मंत्री पद संभाला था। वे भूमि सुधार, ग्रामीण विकास और कृषि अर्थव्यवस्था से जुड़े विषयों के गहरे जानकार माने जाते थे। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव का लाभ बंगाल की ग्रामीण नीतियों में भी देखने को मिला।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने एक्स हैंडल पर  शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि मेरे सहकर्मी, अब्दुर रज्जाक मोल्ला के निधन से मैं शोकाकुल और मर्माहत हूं। वे मेरी मंत्रिपरिषद के सदस्य थे। मैं उन्हें आदर और सम्मान देती थी। बंगाल के ग्रामीण जीवन, कृषि अर्थव्यवस्था और भूमि सुधार के विषय में उनका ज्ञान और अनुभव सुविख्यात था। भले ही वे एक समय दूसरी धारा की राजनीति करते थे, लेकिन ‘मां-माटी-मानुष’ सरकार में उनका सम्मिलित होना सहज और स्वाभाविक था। उनके जाने से बंगाल के राजनीतिक जीवन में एक अपूरणीय शून्य उत्पन्न हुआ है। मैं उनके परिवारजनों, समर्थकों और शुभचिंतकों के प्रति अपनी गहन संवेदना व्यक्त करती हूं।

अब्दुर रज्जाक मोल्ला के निधन की खबर सुनकर वाम नेता कांति गांगुली उनके आवास पहुंचे। वे भी उनके लंबे समय के राजनीतिक सहकर्मी रहे हैं।