उदयपुर, 2 मई। उदयपुर की बेटी वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का शुक्रवार शाम उदयपुर में वैदिक विधि से अंतिम संस्कार किया गया। अशोक नगर मोक्षधाम में उनके भतीजे विवेक शर्मा ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस अवसर पर वैदिक परंपरानुसार 104 वेद मंत्रों का उच्चारण हुआ। उनके अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि के लिए कांग्रेस और भाजपा के कई वरिष्ठ नेता उदयपुर पहुंचे।
गिरिजा व्यास की पार्थिव देह शुक्रवार सुबह उनके दैत्यमगरी स्थित निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखी गई थी। यहां पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, पूर्व सांसद रघुवीर सिंह मीणा, सलूंबर की पूर्व विधायक बसंती मीणा सहित कई नेता पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की। अशोक गहलोत ने डॉ. गिरिजा व्यास की अर्थी को कंधा भी दिया। कांग्रेस सेवादल के सदस्यों ने भी उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।


डॉ. गिरिजा व्यास की असमय मृत्यु का कारण उनके वस्त्र में लगी आग रही। 31 मार्च को गणगौर पूजन के दौरान दीपक की लौ से उनकी चुन्नी में आग लग गई थी। 90 प्रतिशत झुलसने के कारण हालत बिगड़ने पर उन्हें पहले उदयपुर और फिर अहमदाबाद के जायडस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां 1 मई को उनका निधन हो गया।
डॉ. गिरिजा व्यास के भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि राजनीति में आने के लिए सबसे पहले उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रेरित किया था, लेकिन उस समय उन्होंने शिक्षा को ही प्राथमिकता दी। बाद में राजीव गांधी के आग्रह पर उन्होंने सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया और विधायक, सांसद तथा मंत्री जैसे पदों पर कार्य किया।


कांग्रेस नेताओं ने गिरिजा व्यास के निधन को सार्वजनिक जीवन की अपूरणीय क्षति बताया। अशोक गहलोत ने कहा कि हाल ही में उनसे मुलाकात हुई थी, तब वे काफी सक्रिय थीं। डोटासरा ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस की विचारधारा को सशक्त किया और संगठनात्मक मजबूती के लिए आजीवन कार्य किया। टीकाराम जूली ने उनके योगदान को ऐतिहासिक बताया और कहा कि राजनीति में उनकी एक विशिष्ट पहचान थी।
गिरिजा व्यास के आवास पर उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी, भाजपा शहर अध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़, पूर्व डिप्टी मेयर पारस सिंघवी सहित कई गणमान्य नागरिकों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। सांसद मन्नालाल रावत ने कहा कि गिरिजा व्यास का राजनीतिक और सामाजिक जीवन प्रेरणादायक रहा और मेवाड़ को गौरवान्वित किया।

वसुंधरा ने की गहलोत से एयरपोर्ट पर मुलाकात
-शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी उदयपुर आईं। उन्होंने एयरपोर्ट पर अशोक गहलोत, डोटासरा, जूली सहित अन्य नेताओं से मुलाकात की। सभी नेताओं ने वीआईपी लाउंज में औपचारिक चर्चा की। इसके बाद वसुंधरा राजे उदयपुर की पूर्व महापौर रंजनी डांगी के घर गईं और उनके पति वीरेन्द्र डांगी के निधन पर शोक जताकर सिरोही के लिए रवाना हुईं।