बांकुड़ा, 16 फरवरी । प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति भ्रष्टाचार में राज्य के पूर्व मंत्री श्यामल सांतरा का नाम आने के बाद बांकुड़ा जिले में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। माकपा की ओर से रविवार को रानीबांध में पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें शिक्षक भर्ती में भ्रष्टाचार के आरोपितों को सजा देने की मांग की गई है। माकपा ने योग्य उम्मीदवारों को वंचित करने और लाखों रुपये लेकर नौकरी बेचने के मामले की जांच और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।

भाजपा ने मांग की है कि सीबीआई को बताना चाहिए कि किसके निर्देश पर श्यामल सांतरा ने इन 22 लोगों को नौकरी देने की सिफारिश की और कितने पैसे में।

माकपा ने पूरे मामले की जांच की मांग की हैं। दूसरी ओर, आरोपित श्यामल संतरा ने आरोपों से इनकार किया है।

गौरतलब है कि श्यामल सांतरा ने 2014 में सत्तारूढ़ पार्टी के टिकट पर कोतुलपुर विधानसभा उपचुनाव जीता था। 2016 में वे फिर से उसी सीट से जीतकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री बने लेकिन 2021 में विधानसभा चुनाव हार गए। साथ ही, उन्होंने कई पद भी गंवा दिए। पूर्व राज्य मंत्री और बांकुड़ा जिला प्राथमिक विद्यालय परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रोफेसर श्यामल सांतरा का नाम प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति के भ्रष्टाचार में शामिल हो गया है। सीबीआई की सूची के अनुसार श्यामल की सिफारिश पर 22 लोगों की नियुक्ति की गयी थी। जैसे ही यह भ्रष्टाचार सामने आया, जोरदार हंगामा शुरू हो गया है। कुछ दिनों पहले बांकुड़ा जिला प्राथमिक विद्यालय परिषद के अध्यक्ष बसुमित्रा सिंह को हटाकर उनके स्थान पर श्यामल सांतरा को नियुक्त किया गया था।