
कोलकाता, 03 सितंबर। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मंत्री ब्रात्य बसु पर पूर्व राज्यपाल तथागत ने आरोप लगाया कि ब्रात्य बसु जानबूझकर भारत के बंगाली नागरिक और बांग्लादेशियों को एक साथ मिलाने की कोशिश कर रहे हैं।
राय का कहना है कि यह तृणमूल कांग्रेस की पुरानी रणनीति है और इससे यह स्पष्ट होता है कि पार्टी की निष्ठा भारत राष्ट्र के प्रति ईमानदार नहीं है।
तथागत राय ने एक्स पर लिखते हुए कहा है कि ब्रात्य बसु ध्यान से सुन लीजिए। वर्ष 1971 में पाकिस्तानी सेना ने पूर्व पाकिस्तान के नागरिकों पर गोली चलाई थी, बंगालियों पर नहीं। उस समय यह संघर्ष बांग्लादेश की आज़ादी को लेकर था, न कि समूचे बंगालियों के खिलाफ था।
उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश के राष्ट्रपति जियाउर रहमान और प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने साफ कहा था कि हम बंगाली नहीं, हम बांग्लादेशी हैं। बंगाली तो सीमा पार रहते हैं।
राय का कहना है कि इस बयान का अब तक किसी अन्य बांग्लादेशी नेता ने विरोध नहीं किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि बांग्लादेशियों की पहचान वे स्वयं अलग मानते हैं।
पूर्व राज्यपाल ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि ब्रात्य बसु, आप, आपकी नेत्री और आपकी पार्टी सावधान हो जाइए। भारत के प्रति निष्ठा की कमी का परिणाम बहुत गंभीर हो सकता है।
तथागत राय का यह बयान तृणमूल और भाजपा के बीच चल रहे राजनीतिक विवाद को और तीखा करने वाला माना जा रहा है। विशेषकर बांग्लादेश और बंगालियों की पहचान को लेकर उनकी यह टिप्पणी आने वाले दिनों में राजनीतिक बहस को और भी गरमा सकती है।