मुंबई, 15 फरवरी । मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की टीम ने न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक के पूर्व जीएम हितेश मेहता को 122 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता मामले में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। मुंबई पुलिस की टीम हितेश मेहता को मुंबई पुलिस मुख्यालय में लेकर आई है और वहां मेहता से गहन पूछताछ की जा रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार आज मुंबई पुलिस की ईओडब्ल्यू टीम ने दहिसर इलाके के एनएल कॉम्प्लेक्स में आर्यव्रत सोसाइटी में 14वीं मंजिल पर स्थित मेहता के घर पर छापेमारी की। छापेमारी के बाद पुलिस ने मेहता से 122 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता मामले में पूछताछ की। लेकिन मेहता ने पूछताछ में पुलिस को सहयोग नहीं किया। इसी वजह से पुलिस ने मेहता को गिरफ्तार कर लिया है।

ईओडब्ल्यू ने शुक्रवार को न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक में कथित अनियमितता का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। इस मामले की बैंक के एक प्रतिनिधि ने ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई थी। पूर्व महाप्रबंधक हितेश मेहता के खिलाफ कथित तौर पर बैंक के खजाने से 122 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने का मामला दर्ज किया गया है। मेहता, जो दादर और गोरेगांव शाखाओं की देखरेख करते थे, उन पर 2020 से 2025 के बीच धोखाधड़ी करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने का भी आरोप है। पुलिस को संदेह है कि मेहता और एक अन्य व्यक्ति घोटाले में शामिल थे। इस मामले की गहन छानबीन जारी है।

उल्लेखनीय है कि न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक पर कारोबारी प्रतिबंध लगाने के बाद रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को गवर्नेंस संबंधी खामियों का हवाला देते हुए बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया और इसे पुनर्जीवित करने के लिए एक प्रशासक नियुक्त किया है। बैंक पर कारोबारी प्रतिबंध लगने के बाद बैंक के ग्राहकों में रोष व्याप्त है।

—————