नई दिल्ली, 20 जनवरी। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी ठिकानों पर ईरान के हवाई हमलों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। इसको लेकर पाकिस्तान और ईरान के विदेश मंत्रियों ने शुक्रवार को टेलीफोन पर बातचीत की। इस दौरान दोनों देश तनाव कम करने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में समन्वय को मजबूत करने पर सहमत हुए। साथ ही दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर सैन्य हमलों के बाद पटरी से उतरे संबंधों को सुधारने पर भी चर्चा की और मौजूदा हालात की समीक्षा की। इसके अलावा दोनों देशों के राजदूतों की वापसी पर भी चर्चा हुई है।

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने ईरान के अपने समकक्ष हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से टेलीफोन पर बात की और पारस्परिक विश्वास एवं सहयोग की भावना के तहत ईरान के साथ काम करने की देश की इच्छा जताई है।

बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि एक-दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान किया जाए। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि आतंकवाद विरोधी अभियान और आपसी चिंता के अन्य मुद्दों पर सहयोग और समन्वय को मजबूत किया जाना चाहिए। दोनों पक्ष तनाव कम करने पर भी सहमत हुए। दोनों ने पड़ोसियों के बीच घनिष्ठ भाईचारे के संबंधों को भी रेखांकित किया।

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था।