रामगढ़, 14 जुलाई ।  रामगढ़ जिले के बरकाकाना ओपी क्षेत्र में मोहर्रम के जुलूस के दौरान सुलेशन का नशा करना एक 24 वर्षीय युवक सउद को महंगा पड़ गया। उसके मौसेरे भाई ने ही दोस्त के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। हत्या भी टर्बो गाड़ी के लिए हुई थी। इस मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की और एक हत्यारे पीरी बस्ती निवासी आफताब अंसारी को गिरफ्तार कर लिया।

सोमवार को बरकाकाना ओपी में पतरातू एसडीपीओ गौरव गोस्वामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बरकाकाना ओपी क्षेत्र के दुड़गी बस्ती निवासी सयूब अंसारी का 24 वर्षीय पुत्र सउद अंसारी छह जुलाई की शाम से लापता था। आठ जुलाई को उन्होंने गुमशुदगी की सूचना थाने में दर्ज कराई। छानबीन के दौरान 11 जुलाई को पीरी बस्ती में अमान अंसारी के बंद पड़े चिमनी ईंट भट्ठा के डग से सउद की लाश बरामद हुई। जब पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि पीरी गांव के ही आफताब अंसारी और एबाद उर्फ आबाद अंसारी की ओर से हत्या की इस वारदात को अंजाम दिया गया है।

टर्बो गाड़ी बनी हत्या की मुख्य वजह

गिरफ्तार आफताब ने पूछताछ के दौरान हत्या की मुख्य वजह का खुलासा किया। उसने पुलिस को बताया कि सउद के पास एक टर्बो गाड़ी थी, जिससे वह अपने जीवन का गुजारा करता था। उसके मौसेरे भाई एबाद उर्फ आबाद के द्वारा कई बार टर्बो गाड़ी को कटवाने के लिए उसे बोला गया था। यहां तक कि एक साथ मिलकर काम करने के लिए भी उसने ऑफर दिया। लेकिन सउद ने हर बार अपने मौसेरे भाई एबाद उर्फ आबाद को तवज्जो नहीं दी। इस बात का गुस्सा उसे काफी पहले से था। मोहर्रम के दिन एबाद उर्फ आबाद ने अपने दोस्त आफताब अंसारी के साथ मिलकर सउद को सुलेशन का नाश करने के लिए कहा। नशे की हालत में एबाद ने फिर से टर्बो गाड़ी को कटवाने की बात कही। जब सउद नहीं माना तो उन लोगों के बीच विवाद बढ़ता चला गया। अंत में दोनों हाथापाई पर उतर आए। इस झगड़े के बीच आफताब अंसारी ने सउद को पकड़ा और एबाद में उसपर चाकू से हमला कर दिया। हत्या के बाद अमान अंसारी के बंद पड़े चिमनी ईंट भट्ठे के डग में लाश को छुपा दिया।

एबाद और आफताब दोनों जा चुके हैं पहले जेल

पतरातू एसडीपीओ गौरव गोस्वामी ने बताया कि एबाद और आफताब दोनों पहले भी जेल जा चुके हैं। वे दोनों एक साथ अमान अंसारी के ईंट भट्ठे में भी काम कर चुके हैं। उन दोनों की दोस्ती काफी पहले से थी। वारदात को अंजाम देने के अगले दिन एबाद और आफताब मिले थे। उन लोगों ने आपस में इस हत्या की घटना पर चर्चा भी की थी। फिलहाल एबाद फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।