गुवाहाटी, 01 जून । पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण पूर्वोत्तर भारत में भीषण बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है। असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और मिज़ोरम में अब तक 20 से अधिक लोगों की मौत हुई है। भारतीय मौसम विभाग ने इस भारी बारिश का कारण बांग्लादेश के ऊपर बने निम्न दबाव को बताया है।

गुवाहाटी के चपाइडांग में भूस्खलन से महिला और बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण कम से कम नौ लोगों की मौत की खबर है। ईस्ट कामेंग जिले में बाना-चेप्पा हाईवे पर एक वाहन के खाई में गिर जाने से दो परिवारों के सात सदस्यों की मौत हो गई।

निचले सुबनसिरी जिले के पास हुए भूस्खलन में भी दो लोगों की मौत की जानकारी सामने आई है। पश्चिम कामेंग में बालीपारा-चरदुवार-तवांग मार्ग पर हुए भूस्खलन के कारण कई गांवों का संपर्क मार्ग बंद हो गया, जिससे कई यात्री फंसे हुए हैं।

मणिपुर में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने पहाड़ी जिलों सेनापति, तमेंगलोंग, नुने और फेरजॉल में तबाही मचाई है। इंफाल नदी का तटबंध टूटने से इंफाल पूर्व का एक बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है। राज्य प्रशासन ने बताया कि इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों से महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और अन्य लोगों सहित कम से कम 800 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।

भारतीय सेना और असम राइफल्स ने ‘ऑपरेशन जलराहत’ के तहत मणिपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लगभग 800 नागरिकों को शनिवार को बचाया है।शनिवार को इंफाल में बारिश के कारण भारी जलभराव हो गया, जिससे सड़कों पर यातायात ठप हो गया और आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। शहर और इसके आसपास के निचले इलाके सबसे अधिक प्रभावित हुए।

मिज़ोरम में भी स्थिति कुछ अलग नहीं रही। बीते 24 घंटों में विनाशकारी बाढ़ के चलते चार लोगों की मौत हो चुकी है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, चंपाई जिले में अचानक आई बाढ़ में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि सेरछिप में एक अन्य व्यक्ति की जान चली गई। कई जिलों में भूस्खलन से घरों और सड़कों को नुकसान पहुंचा है। खबर लिखे जाने तक मलबे के नीचे एक व्यक्ति दबा हुआ बताया जा रहा है।

मिज़ोरम के राज्यपाल जनरल वीके सिंह और आपदा प्रबंधन मंत्री प्रोफेसर लालनिलावमा ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर मृतकों के परिजनों के लिए चार लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। राज्यभर में राहत और निगरानी अभियान जारी है।